शिवलिंग पर केसर अर्पित करने से मिलती है सौम्यता
धर्म : 16 जुलाई यानि आज आषाढ़ मास समाप्त हो जायेगा और 17 जुलाई 2019 से सावन महीने की शुरुआत होगी। सर्वविदित है कि सोमवार शिव का अत्यंत प्रिय दिवस है और सावन का सोमवार पर प्रभु भोलेनाथ कुछ अधिक भक्तों पर कृपालु रहते हैं। इस दिन भगवन शिव की पूजा अर्चना की जाती है। सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा काफी पुरानी है। पुरातन काल से ही लोग इस दिन शिव को पूजते चले आ रहे हैं। उनके पूजन के लिए अलग-अलग विधान भी है। भक्त जैसे चाहे उनका अपनी कामनाओं के लिए उनका पूजन कर सकता है। ऐसे में इस दिन व्रत व पूजा करने से शिव जी अपने भक्तों पर बहुत जल्द खुश होते हैं। वे भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
व्रत व पूजा करने वालों के जीवन से दुख, रोग, क्लेश व आर्थिक तंगी दूर होती है। जीवन के संहारक भगवान शिव की मन से की गई आराधना भोले बाबा को खुश करने के लिए बहुत है। इनकी पूजा में शिवलिंग अभिषेक और उस पर अर्पित की जाने वाले चीजें अलग-अलग महत्व रखती हैं।
भांग : औघड़-अविनाशी शिव को भांग चढ़ाने से हमारी कमियां और बुराइयां दूर होती हैं।
शहद : भोलेनाथ को शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है।
इत्र : शिवलिंग पर इत्र लगाने से विचार पवित्र और शुद्ध होते हैं। इससे हम जीवन में गलत कामों के रास्ते पर जाने से बचते हैं।
जल : मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत और स्नेहमय होता है।
केसर : शिवलिंग पर केसर अर्पित करने से हमें सौम्यता मिलती है।
शक्कर : महादेव का शक्कर से अभिषेक करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है। ऐसा करने से मनुष्य के जीवन से दरिद्रता चली जाती है।
दूध : शिव-शंकर को दूध अर्पित करने से स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है और बीमारियां दूर होती हैं।
दही : पार्वतीपति को दही चढ़ाने से स्वभाव गंभीर होता है और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
घी : भगवान शंकर पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है।
चंदन: शिवजी को चंदन चढ़ाने से हमारा व्यक्तित्व आकर्षक होता है। इससे हमें समाज में मान-सम्मान और यश मिलता है।
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