बिना चिकित्सक की सलाह के न लें गर्भपात की गोलियां

जीवनशैली : दवा जितनी फायदेमंद है, उतनी ही घातक भी। कई बार ऐसा भी होता है कि गर्भपात की गोली लेने के बाद भ्रूण पूरी तरह शरीर बाहर नहीं आ पाता। इस स्थिति में सर्जरी ही एकमात्र उपाय बचता है। इन दवाओं का एक सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि गलत तरीके से यह दवा लेने पर महिला को दोबारा गर्भधारण करने में समस्या होती है। मां बनना यकीनन एक स्त्री के लिए दुनिया की सबसे बड़ी खुशी है, लेकिन यह खुशी गम में तब तब्दील हो जाता है, जब स्त्री का गर्भधारण उसके मनमुताबिक न हो। आज के समय में हर स्त्री अपनी फैमिली को प्लान करके ही आगे बढ़ाना चाहती हैं और अनचाहा गर्भ सिर्फ और सिर्फ उसे परेशान ही करता है। कई बार स्त्री गर्भपात करवाने के डरती है और इसलिए केमिस्ट की दुकान पर जाकर गर्भपात की गोली ले लेती है। अगर आप भी ऐसा करने वाली हैं तो जरा ठहरिए। खुद से गर्भपात की गोलियां लेना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। गर्भपात की गोली लेने का अर्थ यह कतई नहीं है कि पूरी तरह गर्भपात हो जाए। कई बार ऐसा भी होता है कि गर्भपात की गोली लेने के बाद भ्रूण पूरी तरह शरीर बाहर नहीं आ पाता। इस स्थिति में सर्जरी ही एकमात्र उपाय बचता है। गर्भपात की गोली लेने का भी एक समय होता है, अगर आपकी प्रेग्नेंसी का वक्त उससे अधिक है तो गर्भपात की गोली लेने से भ्रूण भीतर ही रह जाता है और फिर आपको गंभीर समस्या हो जाती है। कई बार तो गर्भावस्था का अधिक समय होने पर अबार्शन पिल्स लेने से महिला की जान को भी खतरा हो जाता है। गर्भपात की गोली का एक सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि गोली लेने के बाद भ्रूण गर्भाशय से अलग होकर बाहर आने लगता है। जिसके कारण महिला को बहुत दिनों तक ब्लीडिंग होती है और इसे मैनेज करना महिला के लिए काफी मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं, यह ब्लीडिंग एक दिन में नहीं रूकती। आपको कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक यह ब्लीडिंग हो सकती है। 
गर्भपात की गोलियां लेने के बाद हैवी ब्लीडिंग शुरू हो जाती है, जिसके कारण महिला को काफी कमजोरी आ जाती है। कई बार तो स्त्री को चक्कर आते हैं और वह बेहोश भी हो सकती है। चक्कर आने के साथ महिला को सिरदर्द की भी शिकायत होती है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना बेहद आवश्यक हो जाता है। इतना ही नहीं, इन गोलियों को खाने से पेट में दर्द और ऐंठन होता है। अबॉर्शन वाली गोलियां लेने से कुछ स्त्रियों को जी मचलाने की शिकायत होती है। इतना ही नहीं, हैवी ब्लीडिंग होने से महिला को पेट में मरोड़ होने लगते हैं, जिससे उसे बार−बार दस्त भी लगते हैं। इसलिए कभी भी खुद से गर्भपात गोली लेने की गलती न करें। गर्भपात की गोली लेने के बाद हैवी ब्लीडिंग से महिला के शरीर में कमजोरी आ जाती है और यह कमजोरी लम्बे वक्त तक रहती है।

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