गुरुभाई की छड़ी टूट गई!
बोधकथा : स्वामीनारायण सम्प्रदाय के स्वामी ब्रह्मानन्द को उनके ही एक गुरुभाई ने गुस्से में आकर बुरी तरह पीटा। इतना पीटा कि पीटते-पीटते उनके हाथ की छड़ी भी टूट गई। इसी बीच उधर से जा रहे एक भाई ने उन्हें छुड़ाया और पूछा, स्वामीजी! आपको बहुत चोट तो नहीं लगी? स्वामी ब्रह्मानन्द बोले, भाई, मुझ पर जो चोटें पड़ी हैं, उनकी मुझे तनिक भी चिन्ता नहीं है, लेकिन मुझे दु:ख इस बात का है कि मेरे गुरुभाई की छड़ी टूट गई।
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