दुश्मन को हमेशा उलझाएं रखें
जानकारी : मानव जीवन के कल्याण के लिए आचार्य चाणक्य ने कई नीतियां बनाई हैं। उनकी नीतियां न सिर्फ सभ्य समाज का मार्गदर्शक करती हैं बल्कि आपको सही एक महान आत्मा भी बनाती हैं। उनकी नीतियां पहले भी कारगर रही थीं और अब भी बेहद प्रासंगिक हैं। उन्होंने अपने एक नीति के माध्यम से कहा है कि आज जिस तरह से समय तेजी से आगे बढ़ रहा है, उसके लिए अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए यही व्यावहारिकता है और समय की मांग भी।
सकुले योजयेत्कन्या पुत्रं पुत्रं विद्यासु योजयेत्।
व्यसनं योजयेच्छत्रुं मित्रं धर्मे नियोजयेत्।।
कुशल व्यक्ति वही होता है, जो अपनी पुत्री के विवाह योग्य होने पर उसकी शादी देख परख कर एक अच्छे कुल खानदान में करता है। इस तरह से उसकी पुत्री प्रसन्न रहती है और अपने गुणों को दूसरे खानदान तक लेकर जाती है, जिससे आपका नाम रोशन होता है। कुशल व्यक्ति वही है जो अपने मित्र को सदा मेहनत, ईमानदारी इत्यादि की शिक्षा देता है ताकि वो एक अच्छा इंसान बन सके। इससे वह बुरे वक्त में भी आपकी मदद करेगा और आवश्यकता पड़ने पर काम भी आ सकता है। अगर आपके मित्र के पास ऐसी समस्या है तो आपको भी बढ़चढ़कर मदद करनी चाहिए। चाणक्य ने कहा है कि कभी भी अपने दुश्मनों से घृणा नहीं करनी चाहिए, इससे आप सोचने-समझने की शक्ति खो देते हैं। इसलिए दुश्मन को हमेशा उलझाएं रखें ताकि बेवजह वो परेशान न करे। आप दुश्मन को उलझाए रखेंगे तो वह उसी उलझन में व्यस्त रहेगा।, जिससे वह आपके साथ बुरे करने का विचार मन में नहीं ला पाएगा।
सकुले योजयेत्कन्या पुत्रं पुत्रं विद्यासु योजयेत्।
व्यसनं योजयेच्छत्रुं मित्रं धर्मे नियोजयेत्।।
कुशल व्यक्ति वही होता है, जो अपनी पुत्री के विवाह योग्य होने पर उसकी शादी देख परख कर एक अच्छे कुल खानदान में करता है। इस तरह से उसकी पुत्री प्रसन्न रहती है और अपने गुणों को दूसरे खानदान तक लेकर जाती है, जिससे आपका नाम रोशन होता है। कुशल व्यक्ति वही है जो अपने मित्र को सदा मेहनत, ईमानदारी इत्यादि की शिक्षा देता है ताकि वो एक अच्छा इंसान बन सके। इससे वह बुरे वक्त में भी आपकी मदद करेगा और आवश्यकता पड़ने पर काम भी आ सकता है। अगर आपके मित्र के पास ऐसी समस्या है तो आपको भी बढ़चढ़कर मदद करनी चाहिए। चाणक्य ने कहा है कि कभी भी अपने दुश्मनों से घृणा नहीं करनी चाहिए, इससे आप सोचने-समझने की शक्ति खो देते हैं। इसलिए दुश्मन को हमेशा उलझाएं रखें ताकि बेवजह वो परेशान न करे। आप दुश्मन को उलझाए रखेंगे तो वह उसी उलझन में व्यस्त रहेगा।, जिससे वह आपके साथ बुरे करने का विचार मन में नहीं ला पाएगा।
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