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महान वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस का गूगल ने डूडल बना कर किया याद

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लखनऊ। दुनिया के महान वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस को आज यानि 4 जून को गूगल ने डूडल बनाकर याद किया। आज ही के दिन 1924 में सत्येंद्र नाथ बोस ने दुनिया के महानतम वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन को अपने क्वांटम फॉर्मूलेशन भेजे थे जिसे अनस्टाइन ने तुरंत क्वांटम यांत्रिकी में एक महत्वपूर्ण खोज के रूप में मान्यता दी थी। डूडल में बोस को एक प्रयोग करते हुए दिखाए गया है। 1924 में जब उन्होंने इतनी बड़ी खोज की थी तब ऐसा दौर था जब भारत गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था और भारतीयों को दुनिया में किसी काबिल नहीं समझा जाता था। लेकिन कहते हैं न कि वैज्ञानिकता की दुनिया में कोई सीमा और भेदभाव नहीं होती है और यही साबित किया था दुनिया के दो महानतम वैज्ञानिकों अल्बर्ट आइंस्टाइन और भारत के सत्येंद्र नाथ बोस ने मिलकर। इतना ही नहीं ऐसा दौर जब पूरी दुनिया अंग्रेजी भाषा में ही एक-दूसरे को समझती थी तब बोस ने अपनी मातृभाषा बांग्ला में अपने रिसर्च को प्रकाशित किया जो गुलामी के दौर में देश को वैज्ञानिकता की दिशा में नया कदम बढ़ाने में मददगार बना था। भौतिक शास्त्र में दो प्रकार के अणु माने जाते हैं-बोसान और फर्मियान। इ...

मिनीमाता ने छत्तीसगढ़ मजदूर संघ का गठन किया

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स्मृति : छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता को दलितों एवं महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए कार्यों के लिए सदा याद रखा जाएगा। असम में जन्मी मिनीमाता ने अपनी कर्मभूमि छत्तीसगढ़ को बनाया। अविभाजित मध्यप्रदेश में बिलासपुर-दुर्ग-रायपुर आरक्षित सीट से लोकसभा की प्रथम महिला सांसद चुनी गईं। इसके बाद परिसीमन में अस्तित्व में आई जांजगीर सीट से उन्होंने लगातार चार बार प्रतिनिधित्व किया। मिनीमाता ने संसद में अस्पृश्यता विधेयक को पारित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने प्रदेश की महिलाओं को एक नई पहचान दी। उनके नाम पर राज्य में अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का नाम भी उन्हीं के नाम पर रखा गया है।  मिनीमाता का मूल नाम मीनाक्षी देवी था। उनका जन्म 13 मार्च 1913 को असम राज्य के दौलगांव में हुआ। वे बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में तेज थीं। उनको असमिया, अंग्रेजी, बांगला, हिन्दी और छत्तीसगढ़ी भाषा का अच्छा ज्ञान था। वह सत्य, अहिंसा एवं प्रेम की साक्षात् प्रतिमूर्ति थीं। उनका विवाह गुरूबाबा घासीदास जी के चौथे वंशज गुरू अगमदास से हुआ। विवाह होने के बाद वे छत्तीसगढ़ ...

बाघ दिवस 29 जुलाई को : बाघों को मार रहे ​तस्कर

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स्मृति : मध्य प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार 29 जुलाई को मिन्टो हॉल में सुबह 11 बजे अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर वन रक्षक सुमेरीलाल यादव को सतपुड़ा लैंडस्केप टाइगर पार्टनरशिप हीरो अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। श्री सिंघार किंगडम ऑफ टाइगर्स फोटो प्रदर्शनी का उदघाटन करेंगे। कार्यक्रम में कहानी पुस्तिका 'बाघों की कहानी-मुन्ना की जुबानी' और 'बाघ बनायें-बाघ बचायें' का विमोचन होगा। संजय टाइगर रिजर्व का प्रतीक चिन्ह जारी होगा। 'हिडन वाइल्डरनेस ऑफ मध्यप्रदेश' वृत्त चित्र प्रतियोगिता के परिणाम घोषित होंगे। विजेता लघु वृत चित्र का प्रदर्शन किया जायेगा। फरहान खान द्वारा निर्मित लघु वृत्त चित्र 'किंगडम ऑफ टाइगर' का प्रदर्शन होगा। मध्य प्रदेश में सक्रिय वन्य प्राणी प्रबंधन एवं वन सुरक्षा के लिये 'एम-स्ट्राइप' पर कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एल. कृष्णमूर्ति प्रस्तुतिकरण देंगे। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय शुक्ला 'कान्हा टाइगर रिजर्व' लघु वृत्तचित्र का प्रदर्शन करेंगे।