ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कैफीन का यूज कर सकती हैं महिलाएं
जीवनशैली : कोई भी महिला ब्रेस्टफीडिंग जर्नी के दौरान कैफीन को इंजॉय कर सकती है।
दरअसल, जब कैफीन आपके ब्लडस्ट्रीम में पहुंचती है तो उसका कुछ हिस्सा ब्रेस्ट मिल्क के जरिए आपके बेबी तक पहुंचता है। कई बच्चे इससे प्रभावित नहीं होते हैं लेकिन कुछ बच्चे जो सेंसिटिव होते हैं, कैफीन की कुछ मात्रा से उनकी नींद पर असर हो सकता है।
इस बात का ध्यान रखें कि ब्रेस्टफीडिंग के दो घंटे के बाद ब्रेस्ट मिल्क में कैफीन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में सलाह यही दी जाती है कि अपने कैफीन की मात्रा की लिमिट को बरकरार रखें। अगर यह 300 मिलीग्राम से कम हो तो बेहतर होगा।
बता दें, आमतौर पर 500 मिलीग्राम कैफीन 3 कप कॉफी के बराबर होती है। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित करें कि बाकी पेय पदार्थ का सेवन जिसे आप रोज करती हैं, उसमें कैफीन लेवल कितना है। यह भी ध्यान रखें कि कुछ फूड आइटम्स में भी कैफीन की मात्रा होती है।
दरअसल, जब कैफीन आपके ब्लडस्ट्रीम में पहुंचती है तो उसका कुछ हिस्सा ब्रेस्ट मिल्क के जरिए आपके बेबी तक पहुंचता है। कई बच्चे इससे प्रभावित नहीं होते हैं लेकिन कुछ बच्चे जो सेंसिटिव होते हैं, कैफीन की कुछ मात्रा से उनकी नींद पर असर हो सकता है।
इस बात का ध्यान रखें कि ब्रेस्टफीडिंग के दो घंटे के बाद ब्रेस्ट मिल्क में कैफीन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में सलाह यही दी जाती है कि अपने कैफीन की मात्रा की लिमिट को बरकरार रखें। अगर यह 300 मिलीग्राम से कम हो तो बेहतर होगा।
बता दें, आमतौर पर 500 मिलीग्राम कैफीन 3 कप कॉफी के बराबर होती है। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित करें कि बाकी पेय पदार्थ का सेवन जिसे आप रोज करती हैं, उसमें कैफीन लेवल कितना है। यह भी ध्यान रखें कि कुछ फूड आइटम्स में भी कैफीन की मात्रा होती है।
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