मेरुदंडासन से शांत रहता है मन और मस्तिष्क
स्वास्थ्य : मेरुदंडासन योग मन और मस्तिष्क के लिए काफी लाभकारी होता है। मेरुदंडासन योग रीढ़ की हड्डी के लिए हैं जो रीढ़ के हड्डी को सीधा रख कर किया जाता हैं। इस आसन को नियमित करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। मेरुदंडासन योग करने से मन शांत रखता है साथ ही तनाव दूर होता हैं।
सबसे पहले मेरुदंडासन करने के लिए समतल जगह पर कुछ बिछा कर उस पर दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करके बैठ जाएं। अब सीधे दंडासन योग की मुद्रा में बैठे। अब रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह से सीधा रखें और दोनों हाथों को दोनों पैरों की जांघों पर रखें। अब दोनों पैरों को एक-दुसरे से दूर करके फैला लें और आगे की ओर झुक कर दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे को पकड़ लें। इसके बाद रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह से सीधा करें और दोनों पैरों को ऊपर की और उठा लें। अब पैरों के अंगूठों को पकड़ें हुए अपने दोनों हाथों को फर्श के समान्तर लें आयें। इस स्थिति में रहते हुए आप गहरी साँस लें। यह प्रक्रिया 5 से 6 बार दोहराएं। यह आसन हड्डी को फुर्तीला और मजबूत बनता है जिससे कमर बदन दर्द नहीं होता। नियमित मेरुदंडासन करने से थाइमस ग्लैंड से पॉज़िटिव हार्मोन इफेक्टिव होते है। इस आसन को करने सेव्यक्ति के फेफड़े स्वस्थ रहते है साथ ही साँस लेने और छोड़ने का क्रिया ज़्यादा होती है। मेरुदंडासन योग नियमित करने से मन शांत रहता है।
सबसे पहले मेरुदंडासन करने के लिए समतल जगह पर कुछ बिछा कर उस पर दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करके बैठ जाएं। अब सीधे दंडासन योग की मुद्रा में बैठे। अब रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह से सीधा रखें और दोनों हाथों को दोनों पैरों की जांघों पर रखें। अब दोनों पैरों को एक-दुसरे से दूर करके फैला लें और आगे की ओर झुक कर दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे को पकड़ लें। इसके बाद रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह से सीधा करें और दोनों पैरों को ऊपर की और उठा लें। अब पैरों के अंगूठों को पकड़ें हुए अपने दोनों हाथों को फर्श के समान्तर लें आयें। इस स्थिति में रहते हुए आप गहरी साँस लें। यह प्रक्रिया 5 से 6 बार दोहराएं। यह आसन हड्डी को फुर्तीला और मजबूत बनता है जिससे कमर बदन दर्द नहीं होता। नियमित मेरुदंडासन करने से थाइमस ग्लैंड से पॉज़िटिव हार्मोन इफेक्टिव होते है। इस आसन को करने सेव्यक्ति के फेफड़े स्वस्थ रहते है साथ ही साँस लेने और छोड़ने का क्रिया ज़्यादा होती है। मेरुदंडासन योग नियमित करने से मन शांत रहता है।
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