योग व व्यायाम से शरीर को रखें चुस्त और दुरुस्त, पैरों के दर्द से मिलेगा छुटकारा
जीवनशैली। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में पैरों समेत शरीद का दर्द आम बात है, लेकिन योग व व्यायाम से शरीर को चुस्त और दुरुस्त रखा जा सकता है और दर्द से छुटकारा भी मिलेगा। पैरों में दर्द कई कारणों से होता है, जैसे मांसपेशियों में ऐंठन, ओस्टियोपोरोसिस, गठिया, जोड़ों में फ्रेक्चर या किसी अंदरूनी चोट की वजह से भी हो सकता है। अर्थराइटिस और शुगर के मरीजों को पैरों में दर्द की शिकायत ज्यादा रहती है। कुछ योग और आसन है जिससे पैरों समेत शरीर के दर्द से निजात मिलेगी।
पद्मासन : यह आसन बैठकर किया जाता है। पहले पैर लम्बे कर आपस में सटा लें फिर बाएं हाथ से दाएं पैर का अंगूठा पकडक़र दाहिने पैर को बाएं पैर की जंघा पर रख दें। फिर बाएं पैर को ऊपर की दाहिनी जंघा पर स्थापित करें। तब दोनों हाथ की कलाइयां घुटनों पर सीधी रखें। दोनों हाथ अंगूठे के पास वाली अंगुली अंगूठे से मिलाएं, बाकी तीन अंगुलियां सीधी रखें। आंखें बंद तथा रीढ़ की हड्डी सीधी रखें। गर्दन सीधी तथा नासाग्र दृष्टि बनाए रखें अथवा भृकुटी पर चित्त को एकाग्र करें। यह समस्त दुर्भावनाओं का विनाशक पद्मासन कहा जाता है। ध्यान रहे कि शरीर में यदि किसी प्रकार का रोग या उपचार चल रहा है तो यह योग विशेषज्ञ के देखरेख में ही करना लाभकारी रहेगा।
दंडासन : दीवार से पीठ लगाकर बैठ जाएं, कूल्हे पूरी तरह से दीवार से स्पर्श करें। घुटने व टांगें सीधे करके बैठ जाएं। योग बेल्ट की मदद से पांव के पंजे अपनी ओर खींचें। इस आसन को दस से पंद्रह मिनट करें, बीच में थकान महसूस होने पर पांव ढीले छोड़ें। रोगियों को विशेषज्ञों के सहयोग से यह योग करना चाहिए।
पादांगुठासन : पलंग या जमीन पर लेट कर दोनों टांगें सीधी कर लें। दोनों टांगें अपनी ओर खींचें। योग बेल्ट की मदद से टांग को सीधा ऊपर उठाएं। घुटना सीधा व पांव का पंजा अपनी ओर खींच कर रखें। आसन को लगभग एक से तीन मिनट के लिए रोकें। आसन को करते समय सांस न रोकें। रोगी इन योगों को करने से पहले जानकारों की राय जरूर लें।
बता दें कि योग और आसान से शरीर का रक्त संचार व्यवस्थित हो जाता है और दिनचर्या एकदम मस्त हो जाती है।
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