कमाल के मुख्यमंत्री हैं योगी आदित्यनाथ
विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'श्री अयोध्या जी' के भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम में प्रज्ज्वलन के लिये राष्ट्रीय गोधन महासंघ द्वारा निर्मित 'गौमय दीपों' को ले जाने वाले वाहन को रवाना किया। मुख्यमंत्री योगी ने महान सनातन संस्कृति की पावन संत परम्परा के अतुल्य प्रतिनिधि, आर्य समाज के संस्थापक, अद्भुत सामाजिक व आध्यात्मिक चिंतक, प्रतिबद्ध समाज सुधारक महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि दी। प्रदेश के विकास के लिये योगी सरकार ने सराहनीय कार्य किया है, इसमें किसी को संशय नहीं होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में आजादी के बाद से जो कार्य नहीं हुए वह कार्य किये गये, कोरोना काल जैसी विषम आपदाओं में भी योगी ने डंटकर सामना किया और प्रदेशवासियों को कठिन परिस्थितियों से बाहर निकाला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कहा कि पहले सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्रियों की प्राथमिकता लखनऊ में अपना घर बनाने की थी, लेकिन हम सत्ता में आए, हमने 43 लाख लोगों को घर मुहैया कराया, आज कोई दूसरों की जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता, कोई राज्य में महिलाओं से रेप और मर्डर करने की हिम्मत नहीं कर सकता। वहीं अयोध्या में भव्य दीपोत्सव मनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बार करीब सात लाख दीये जलाए जाएंगे। शनिवार को दीप प्रज्ज्वलन के लिये गौमय दीपों को अयोध्या ले जाने वाले वाहनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अयोध्या नगर में दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उधर, एकदिवसीय दौरे पर राजधानी लखनऊ पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी की खूब तारीफ की और कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिये उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनाना जरूरी है। आज मोदी व योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश से कोई पलायन नहीं करता, बल्कि पलायन कराने वालों का खुद पलायन हो गया है। अमित शाह ने उत्तर प्रदेश का चप्पा चप्पा घूमा है, सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी भाजपा के कार्यकर्ताओं के आगे टिक ही नहीं सकती। भाजपा कार्यकर्ता जब कमल का झंडा और भारत माता की जय के नारों के साथ चलते हैं तो विपक्षियों के दिल दहल जाते हैं। अमित शाह के इन बातों से भाजपाइयों में नई ऊर्जा का संचार हुआ और विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ता जुटने लगे हैं। पिछले 5 साल तक जो लोग अपने घरों में बैठे रहे, अब चुनाव आए तो वो चुनावी मेंढक़ की तरह बाहर आ गये हैं। ऐसे राजनीतिक दल जो सिर्फ चुनाव के समय दिखायी देते हैं, लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में योगी सरकार ने यूपी के हर गरीब, दलित, आदवासी के कल्याण हेतु सरकार चलाई। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के लिए चुनाव पार्टी की विचारधारा को घर-घर पहुंचाने का चुनाव है लेकिन बाकी सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनाव सिर्फ सत्ता हथियाने का जरिया है। वहीं प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के 39 जिलों में बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान के लिए 1 लाख 39 हजार 863 किसानों को मुआवजा देने की लिए 48.2 करोड़ रुपये की धनराशि और जारी की है। राजस्व विभाग ने संबंधित जिलाधिकारियों को शुक्रवार को इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया है। इसे मिलाकर सरकार की ओर से इस साल अब तक राज्य आपदा मोचक निधि से 207.25 करोड़ रुपये की धनराशि किसानों को राहत देने के लिए जारी की चुकी है। बाढ़ से प्रभावित किसानों को कृषि निवेश अनुदान के रूप में मुआवजा देने के लिए राहत आयुक्त कार्यालय की वेबसाइट पर शुक्रवार तक फीड किये गए 6 लाख 18 हजार 658 किसानों के नामों के सापेक्ष जिलों की ओर से कुल 207.25 करोड़ रुपये की मांग की गई है। राजस्व विभाग की ओर से अब तक 44 जिलों के कुल 4 लाख 77 हजार 581 किसानों के लिए तीन किस्तों में 159.28 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है। बचे हुए 1 लाख 39 हजार 863 किसानों के लिए 48.20 करोड़ रुपये की धनराशि 39 जिलों को आवंटित की गई है। उत्तर प्रदेश सरकार कोरोनाकाल के बावजूद किसानों का पूरा ध्यान रख रही है। इसके पहले भी जब भारी बारिश के चलते फसल को नुकसान हुआ तो भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार ने बिना देरी किए बाढ़ पीडि़त जिलों में मुआवजा देने की घोषणा की। खास बात यह है कि ऐसे संवेदनशील मामलों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद निगरानी करते हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें