राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्ष अधिकारी अभ्यास वर्ग में लेंगे हिस्सा

विचार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पांच दिवसीय अखिल भारतीय शारीरिक अभ्यास वर्ग अयोध्या में सोमवार से शुरू हुआ। अभ्यास वर्ग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भी हिस्सा लेंगे और अयोध्या में तीन दिन प्रवास करेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, वरिष्ठ पदाधिकारी भइया जी जोशी और 45 प्रांतीय इकाइयों के अन्य पदाधिकारी इस कार्यक्रम में होने वाली बैठक में भाग ले रहे हैं, उनमें से अधिकतर पदाधिकारी पहले ही अयोध्या पहुंच चुके हैं और कारसेवकपुरम में प्रवास कर रहे हैं, इस कार्यक्रम में देश भर से ‘संघ’ के करीब 500 स्वयंसेवक शामिल हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पूर्वांचल के कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शुभारम्भ करेंगे। 2022 चुनाव से ठीक पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत का अयोध्या और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुशीनगर दौरा राजनीतिक विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश की सियासत से जोडक़र देख रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पांच दिवसीय अभ्यास वर्ग अयोध्या के कारसेवकपुरम में हो रहा है। विशेष बात यह है कि इस बार ‘संघ’ के प्रतिनिधि अपने परिवार वालों के साथ पहुंचे हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं, संघ की तरफ से प्रतिनिधियों के परिवार वालों के लिए भी अयोध्या में खास इंतजाम किये गये हैं। इस पांच दिवसीय अभ्यास वर्ग में 2025 में अयोध्या में ही शताब्दी वर्ष समारोह के आयोजन की घोषणा ‘संघ’ कर सकता है। मालूम हो कि 27 सितम्बर 1925 को विजयदशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शुरुआत हुई। सौ वर्ष पूरे होने के बाद अयोध्या को ही केंद्रबिंदु मानते हुये यहाँ शताब्दी समारोह को उत्सव के रूप में अयोध्या में मना सकता है ‘संघ’। कयास यह भी लग रहे हैं कि ‘संघ’ प्रमुख इस दौरान राम मंदिर निर्माण की तैयारियों का जायजा भी लेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा सोमवार को बैठक की अध्यक्षता करने अयोध्या पहुँच चुके हैं और उनके द्वारा इन दो दिनों में कभी भी राम मंदिर निर्माण पर ‘संघ’ प्रमुख के साथ अनौपचारिक चर्चा करने की भी सम्भावना है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ‘संघ’ प्रमुख को अयोध्या में प्रस्तावित अन्य विकास परियोजनाओं से अवगत कराएंगे। ‘ट्रस्ट’ ने मई 2024 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव से पहले भक्तों के लिए राम मंदिर के गर्भगृह को खोलने के लिए दिसम्बर 2023 की समय सीमा तय की है। उधर, सरकार और समाज विकास और विश्व गुरु बनने की बात कर रही है, प्रत्येक व्यक्ति को ईमानदार और मेहनती बनने, बनाने की बात कर रही है, महिलाओं, बेटियों की सुरक्षा और शिक्षा की बात कर रही है, देश में कोई भूखे पेट नहीं सोये, सबको अन्न मिले, किसानों को सारी सुविधायें मिलें। लेकिन कुछ आंदोलनजीवी, जिन्हें आंदोलन से ही अपना घर व जीविका चलानी है, ऐसे लोग अनर्गल तीन संशोधित कृषि बिल हटाने की बात कर रहे हैं। क्यों भाई क्यों संशोधित बिल हटाया जाये? जिद पकडक़र बैठे हो, यदि इसी तरह सरकार भी जिद पर आ जाये तो हो जाये बंटाधार! इतना ही नहीं, यही लोग आंदोलन और अधिकारों के नाम देश की सम्पत्ति जलाने में जरा भी नहीं हिचकते, पुलिस पर पत्थर फेंकने से जरा सा भी नहीं डरते। यह कहीं से भी उचित नहीं कहा जा सकता है कि आंदोलन के नाम पर दंगा किया जाये, देश, प्रदेश को आग के हवाले कर दिया जाये। ऐसे उपद्रवी कभी समाजवादी पार्टी के सदस्य के रूप में नजर आते हैं तो कभी कांगे्रस, कभी बसपा तो कभी रालोद, अब तो अपराधियों की नयी पार्टी आयी है, जिसका नाम ‘आम आदमी पार्टी’, ‘आप’ के 'भाई' लोग तो लोकतंत्र के नाम पर देश बेचने तक का जज्बा रखते हैं।
अभिषेक त्रिपाठी
8765587382

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