चतुर्थी को मंदिर में करें गणेश दर्शन

आस्था। शास्त्र के अनुसार इस साल यानि 2022 में गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को पड़ रही है। इस बार गणेश चतुर्थी पर अद्भुत संयोग बन रहा है। ऐसा दुर्लभ संयोग 10 साल पहले 2012 में बना था, गणेश पुराण में बताया गया है कि गणेश का जन्म भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को दिन के समय हुआ था, उस दिन शुभ दिवस बुधवार था। इस साल भी कुछ ऐसा ही संयोग बन रहा है। इस साल भी भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि बुधवार को है। 31 अगस्त से लेकर पूरे 10 दिन तक भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाएगी। कुछ लोग अपने घरों में भी भगवान गणेश की मूर्तियां स्थापित करते हैं। भगवान गणेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर का नाम जरूर आता है। मुम्बई स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर में पूरे वर्ष भक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन गणेशोत्सव के इस खास मौके पर यहां की रौनक देखने लायक होती है। देश की एक से बढ़कर हस्तियां यहां दर्शन करने के लिए पंक्ति लगाकर खड़े रहते हैं। वहीं पुणे स्थित श्रीमंत दगदूशेठ गणपति मंदिर भगवान गणेश के भक्तों के बीच खूब प्रसिद्ध है। इस मंदिर से जुड़ी एक दिलचस्प बात ये है कि इस मंदिर का निर्माण श्री दगडूशेठ हलवाई और उनकी पत्नी लक्ष्मीबाई ने तब कराया था जब उनके बेटे की प्लेग की वजह से मौत हो गई थी। तमिलनाडु के तिरुवरुर जिले में स्थित भगवान गणेश का ये मंदिर कई तरह से खास है। इस मंदिर में विराजमान आदि विनायक की प्रतिमा नरमुखी यानी की मानव सिर के साथ है। इस मंदिर में नरमुखी भगवान गणेश की पूजा की जाती है। वहीं केरल के उत्तरी भाग में भगवान गणेश का प्रसद्धि मंदिर मधुर महागणपति मंदिर है। शरावू महागणपति मंदिर अपने आप में किसी मिसाल से कम नहीं है। कहते हैं कि इस मंदिर में रोजाना हजारों लोग भगवान गणेश के दर्शन करने आते हैं। यह मंदिर करीब आठ सौ साल पुराना है और यहां भगवान गणेश के अलावा श्री श्रबेश्वर और नाग ब्रह्मा की भी पूजा होती है। गणेश चतुर्थी के दौरान यहां काफी रौनक रहती है। कर्नाटक के अनेगुड्डे विनायक मंदिर के दर्शन जरूर करने चाहिए। इसका नाम दो शब्दों अने जिसका अर्थ है हाथी और गुड्डी का अर्थ है पहाड़िया। गणेश चतुर्थी और संकठा चतुर्थी के मौके पर यहां कई कार्यक्रम होते हैं। वहीं कर्नाटक स्थित हतियनगडी-सिद्धि विनायक मंदिर का निर्माण 8वीं सदी में हुआ था। यह ऐतिहासिक जगह देश भर के हिंदुओं के लिये एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। इस मंदिर में भगवान गणेश की 2.5 फुट ऊंची मूर्ति है। इसके अलावा देश में कई गणेश मंदिर हैं, जिनके दर्शन मात्र से शरीर में अद्भुत ऊर्जा पैदा होती है और मानव जीवन में बढ़ोत्तरी होती है।

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