मुंह और दांतों को सही से साफ करना जरूरी, नहीं तो हो सकती है गम्भीर बीमारी
स्वास्थ्य : यूके के बेल्फास्ट स्थित क्वीन्स यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने यूके 4 लाख 70 हजार लोगों पर एक स्टडी की और उनसे एकत्र किए गए डेटा की जांच की गई। इस स्टडी में ऑरल हेल्थ कंडिशन और पेट से जुड़े कई तरह के कैंसर जिसमें लिवर कैंसर, रेक्टम कैंसर और पैन्क्रिआटिक कैंसर के रिस्क के बीच क्या कनेक्शन है, यह जानने की कोशिश की गई। स्टडी में पता चला कि मुंह से जुड़ी कॉमन समस्याएं जैसे मुंह के छाले, मसूड़ों से खून आना और ढीले दांत जैसी समस्याओं और कैंसर रिस्क के बीच रिलेशन है। हालांकि पेट से जुड़े बाकी कैंसर और खराब ऑरल हेल्थ के बीच कोई अहम लिंक नहीं मिला लेकिन हेपाटोबाइलरी कैंसर और ऑरल हेल्थ के बीच अहम लिंक नजर आया। इतना ही नहीं, मुंह के खराब स्वास्थ्य की वजह से सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और डायबीटीज जैसी बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। 6 साल तक इस स्टडी का फॉलोअप किया गया जिसमें यह बात सामने आयी कि स्टडी में शामिल 4 लाख 70 हजार पार्टिसिपेंट्स में से 4 हजार 69 लोगों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर पाया गया।
हालांकि इनमें से सिर्फ 13 प्रतिशत लोगों में खराब ऑरल हेल्थ की समस्या थी। खराब ऑरल हेल्थ और लिवर कैंसर के बीच कैसा लिंक है इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिल पायी है। एक संभावित कारण मुंह और आंत में मौजूद माइक्रोब्स हो सकते हैं जो इस बीमारी को बढ़ाते हैं। लिवर हमारे शरीर के इंजन की तरह है जो शरीर से बैक्टीरिया और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है लेकिन जब लिवर खुद बीमार हो जाता है जैसे हेपेटाइटिस, लिवर कैंसर या लिवर सिरॉसिस जैसी समस्याओं की वजह से लिवर का फंक्शन घट जाता है।
हालांकि इनमें से सिर्फ 13 प्रतिशत लोगों में खराब ऑरल हेल्थ की समस्या थी। खराब ऑरल हेल्थ और लिवर कैंसर के बीच कैसा लिंक है इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं मिल पायी है। एक संभावित कारण मुंह और आंत में मौजूद माइक्रोब्स हो सकते हैं जो इस बीमारी को बढ़ाते हैं। लिवर हमारे शरीर के इंजन की तरह है जो शरीर से बैक्टीरिया और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है लेकिन जब लिवर खुद बीमार हो जाता है जैसे हेपेटाइटिस, लिवर कैंसर या लिवर सिरॉसिस जैसी समस्याओं की वजह से लिवर का फंक्शन घट जाता है।
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