सेहत के लिए निराले हैं रसोई के मसाले

जीवनशैली : काली मिर्च के लिए कोलम्बस करेल आया था, यह बात एकदम सही है कि कोलम्बस केरल से काली मिर्च का व्यापार करता था, इसके कई साक्ष्य है। बहरहाल मौजूदा समय में भी देश में केरल राज्य काली मिर्च का उत्पादन बहुतायत में करता है। देश के हर घर में रसोई होती है और रसोई में कई तरह के मसालों का इस्तेमाल होता है, जैसे हल्दी, धनिया, जीरा, मेथी, अजवाइन, हींग आदि रोजाना के खाने में शामिल होते है, लेकिन यह मसाले खाने को सुगंधित और लजीज ही नहीं बनाते बल्कि सेहत को भी दुरुस्त रखते हैं।  इनका सही तरीके से इस्तेमाल हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करता है और इनमें से ज्यादातर मसालों में औषधीय गुण होते हैं-
धनिया के बीज : बतौर मसाला और व्‍यंजनों का स्‍वाद बढ़ाने के इसे खूब इस्‍तेमाल किया जाता है। साबुत धनिये में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने की क्षमता होती है। धनिये में ऐसे तत्त्व होते हैं जो शरीर से कोलेस्‍ट्रॉल को कम कर देते हैं या उसे कंट्रोल में रखते हैं। इसके अलावा धनिये के बीज में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्‍सीडेंट, मिनरलल, विटामिन ए, सी और  आयरन पाया जाता है जो एनिमिया की समस्‍या को दूर करने और कैंसर से बचाव में मदद करता है।
जीरा : ज्‍यादातर छौंके के लिए पसंद किया जाता है। जीरा आयरन का बहुत अच्‍छा स्रोत है। इसका सेवन नियमित रूप से करने से खून की कमी को दूर किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण ट्यूमर को बढ़ने से रोकते है। इसके अलावा जीरे का सेवन बवासीर में भी लाभकारी माना जाता है। साथ ही इन छोटे-छोटे बीजों में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो आपकी पाचन क्रिया को ठीक करता है। जीरा त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंजाइम्स, विटामिन और मिनरल त्वचा को हेल्दी रखते हैं। जीरे के एंटी एजिंग गुण झुर्रियों को आने से रोकते हैं।

लौंग : लौंग एक गर्म मसाला है जो पाचन तंत्र को ठीक रखता है। दांत दर्द से बचने के लिए लौंग के तेल का इस्‍तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक गुणों के कारण इसे बेहतर माउथवॉश भी कहते है। इसमें प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सोडियम और हाइड्रोक्लोरिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। इसमें विटामिन 'ए' और 'सी', मैगनीशियम और फाइबर भी पाया जाता है। यह सभी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा यह मुहांसों को दूर करने में भी मदद करता है।
अजवाइन : अजवाइन खाने में सुगंध के अलावा शरीर को स्‍वस्‍थ बनाए रखने में भी मदद करती है। इसमें भरपूर मात्रा में मौजूद एंटी-ऑक्‍सीडेंट दिमाग के लिए एक औषधि की तरह काम करता है। अजवायन रुचिकारक एवं पाचक होती है। यह भूख व पाचन शक्ति को बढ़ाकर पेट संबंधी अनेक रोग जैसे- गैस, अपच, कब्ज आदि को दूर करने में सहायक होती है। साथ ही अजवायन डायबिटीज रोगी को फंगल इंफेक्शन से भी बचाती है। इसके अलावा कई और भी मसाले हैं जो सेहत के लिए रामबाण हैं।

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