23 अक्टूबर को मार्गी होंगे शनि, वृष, कन्या और धनु को मिलेगा लाभ
ज्योतिष। शास्त्रों के अनुसार 5 जून 2022 को शनिदेव मकर राशि में वक्री हुए थे, 141 दिन वक्री रहने के बाद शनि 23 अक्टूबर 2022 को मार्गी हो जाएंगे। वहीं 17 जनवरी 2023 को अपनी स्वराशि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के कुम्भ राशि में प्रवेश करने से धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी और मिथुन व तुला राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। मौजूदा समय में शनि मकर राशि में संचार कर रहे हैं, इस कारण मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। वहीं, कुम्भ, धनु व मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है। शनि के मार्गी होने से वृष, कन्या और धनु राशि वालों के लिए शनि का मार्गी होना शुभ रहेगा। इस दौरान जातक की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, धन प्राप्ति के योग बनेंगे। मान्यता है कि वक्री होने पर शनि की चाल धीमी हो जाती है और कहा यह भी जाता है कि शनि के वक्री होने पर वह पीड़ित हो जाते हैं। शनि देव हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। दरअसल शनि देव को परिश्रम का कारक माना गया है। कुंडली का 10वां भाव, कर्म का माना गया है। कुंडली के दशम भाव के स्वामी शनि देव ही हैं, क्योंकि काल पुरुष की कुंडली में इस भाव की राशि मकर मानी गई है, मकर राशि के स्वामी शनि हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें