शिव को अति प्रिय है सावन की हरियाली
आस्था। मान्यता है कि भगवान शंकर को हरा रंग अति प्रिय है। यह रंग प्रेम, प्रसन्नता, खुशी, सुख और सौभाग्य का प्रतीक होता है। इस महीने चारों तरफ हरियाली छा जाती है। बम भोले के जयकारे से वातावरण गूंज उठता है। चारों तरफ उत्सव जैसा माहौल रहता है। मंदिर और मठों को सजाया जाता है। शिव धुन बजती रहती है। श्रद्धालु भगवान शंकर को मनाने के लिए उनके दूत भूत की वेशभूषा धारण करते हैं। इस मौके पर कांवड़ यात्रा भी की जाती है। सावन के महीने में धरा पर हरियाली बढ़ जाती है, हरा रंग मनमोहक होता है, जो सभी को प्रिय है। इसके साथ ही शिव की पूजा हरे रंग के बेल पत्र, भांग, धतूरा आदि चीजों से की जाती है। ऐसा माना जाता है कि हरे रंग का आवरण करने से व्यक्ति पर प्रकृति की कृपा बरसती है। भगवान श्रीहरि विष्णु को भी हरा रंग अति प्रिय है। इसके अलावा, ज्योतिष बुध ग्रह मजबूत करने के लिए हरे रंग का वस्त्र पहनने की सलाह देते हैं। साथ ही भगवान गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने की सलाह देते हैं। दूर्वा अर्पित करने से भगवान गणेश अति प्रसन्न होते हैं। बता दें कि सावन के सोमवार को भगवान शंकर की पूजा करने से मन की हर इच्छा पूरी हो सकती है। इस समय सावन का महीना चल रहा है। शास्त्रों के अनुसार सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस महीने में माता पार्वती संग शिवजी की पूजा-उपासना की जाती है। सावन के महीने में शिव की विधि पूर्वक पूजन-अर्चन करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। खासकर, विवाहित महिलाओं के सौभाग्य में वृद्धि होती है। वहीं, अविवाहित युवक और युवतियों की जल्द शादी के योग बनते हैं। इसके लिए सावन के महीने में सच्ची श्रद्धा से शिवजी की पूजा भक्ति की जाती है। इस मौके पर महिलाएं हरे रंग के वस्त्र और चूडय़िां पहनती हैं। ऐसा करने से उनपर भगवान शिव संग विष्णुजी की कृपा बरसती है। वहीं सावन के महीने में महिलाएं हरे रंग के वस्त्र और चूडिय़ां पहनती हैं, ऐसा करने से उन पर भगवान शंकर के साथ विष्णु भगवान की कृपा बरसती है।
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