24 जुलाई को कामिका एकादशी पर द्विपुष्कर योग का शुभ संयोग
ज्योतिष : श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस साल यानि 2022 में कामिका एकादशी 24 जुलाई दिन रविवार को मनाया जाएगा। सावन मास में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा करने से भगवान विष्णु के साथ भोलेनाथ का भी आशीर्वाद मिलता है। इस साल कामिका एकादशी पर द्विपुष्कर योग का शुभ संयोग बन रहा है। द्विपुष्कर योग रात 10:00 बजे से अगले दिन सुबह 05:38 बजे तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार द्विपुष्कर योग में किए गए कार्य में दोगुना वृद्दि होती है। मान्यता है कि द्विपुष्कर योग में बहुमूल्य चीजें खरीदना शुभ होता है। इसके अलावा कामिका एकादशी के दिन वृद्धि व ध्रुव योग बन रहे हैं। द्विपुष्कर, वृद्धि व ध्रुव योग को बेहद शुभ योगों में गिना जाता है। इस अवधि में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है। शास्त्रों के अनुसार वृद्धि योग में की गई पूजा-पाठ से मिलने वाले पुण्य में वृद्दि होती है, साथ ही इस योग में किए गए कार्यों में भी वृद्दि होती है। कामिका एकादशी व्रत के बारे में भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया था कि इस व्रत को करने से सभी तीर्थ स्थलों पर स्नान करने के समान ही पुण्य लाभ होता है। इस व्रत की कथा सुनने से पाप नष्ट होते हैं। जो भी व्यक्ति विधिपूर्वक कामिका एकादशी व्रत रखता है और भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसे मृत्य बाद मोक्ष मिलता है। बता दें की कामिका एकादशी पर अबकी बार चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृष में होंगे, रोहिणी नक्षत्र और वृद्धि योग का प्रभाव रहेगा। यह सब संयोग बेहद शुभ फलदायी हैं। इस शुभ संयोग में श्रद्धालुजन भगवान मधुसूदन की पूजा से उत्तम फल की प्राप्ति कर सकते हैं।
कामिका एकादशी 2022 शुभ मुहूर्त-
एकादशी तिथि शुरू - जुलाई 23, 2022 को 11:27 प्रातः
एकादशी तिथि समाप्त - जुलाई 24, 2022 को 01:45 सायं
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