दुर्गा पूजा के लिए पहनें बंगाली स्टाइल साड़ी

जीवनशैली : बंगाली साड़ी की खूबी यह है कि यह बॉर्डर वाली साड़ी होती है। बेसिक और रोजमर्रा की साडिय़ा प्योर कॉटन या खादी में होती हैं जबकि त्योहार के अवसर पर पहनी जानेवाली साडिय़ां सिल्क और जरी में होती हैं। ऐसा पारंपरिक तौर पर होता था बाकि तो अब हर पैटर्न और फैब्रिक में आपको साडिय़ां मिल जाएंगी। लेकिन दुर्गा पूजा के लिए रेड बॉर्डर वाली साड़ी ही खरीदें।
-पेटीकोट और ब्लाउज पहनने के बाद सबसे पहले साड़ी को अपनी कमर के चारों तरफ अच्छी तरह पेटीकोड में दबाते हुए ड्रेप कर लें। साड़ी आपको इस तरह दबानी है कि पहली प्लीट राइट से लेफ्ट की तरफ बने।
-इस साड़ी में आपको नॉर्मल साड़ी से अलग और करीब तीन गुना बड़ी या चौड़ी प्लीट्स में बांधा जाता है। ताकि चलने में आसानी रहे।
-इस हिसाब से इस साड़ी को बांधते समय दो से तीन चौड़ी प्लीट्स बनेंगी। आखिरी प्लीट ऐसे बनाएं कि साड़ी का बचा हुआ हिस्सा आपके लेफ्ट हैंड की तरफ मुड़े।
- अब इस साड़ी के बचे हुए अनड्रेप हिस्से से पल्लू की प्लीट्स बनाएं और पल्लू को लूज छोड़ते हुए इसे कंधे पर सेफ्टी पिन की मदद से टक करें।
- पल्लू का जो हिस्सा कंधे के पीछे की तरफ गया है, उसे पीछे से घुमाते हुए, सीधे हाथ के नीचे से निकालें और इसके एक कोने में चाबी का गुच्छा या कुछ लटकन बांध लें और सीधे हाथ के कंधे पर पीछे की तरफ डाल लें।
- आप चाहें तो अपनी सुविधा के लिए सीधे कंधे पर डाले गए पल्लू को शॉल्डर पर सेफ्टी पिन से टक भी कर सकती हैं। अब आप लाल बिंदी, लिपस्टिक और काजल से अपने लुक को पूरा करें।

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