उत्साह से मनाया जा रहा विजयदशमी, 26 अक्टूबर को अयोध्या में जलेंगे साढ़े पांच लाख दीप
विचार : देश में आज यानि युगाब्ध 5121, विक्रम संवत 2076, अश्विन माह शुक्ल पक्ष दशमी को विजयदशमी का पर्व उत्साह से मनाया जा रहा है। शाम चार—पांच बजे तक रावण को दहन किये जाने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विजयदशमी पर जगह—जगह मेले लगे हैं। शाम को रावण दहन होगा, जिसमें भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 94वीं वर्षगांठ मनायी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक के मुख्यालय में सर संघचालक मोहन भागवत ने शस्त्र पूजन किया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया, जिसमें दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री समेत बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए मोहन भागवत ने मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) की घटनाओं का जिक्र किया। भागवत ने कहा कि लिंचिंग जैसी घटनाओं से संघ का कोई लेना-देना नहीं है। भीड़ हत्या (लिंचिंग) पश्चिमी तरीका है और देश को बदनाम करने के लिए भारत के संदर्भ में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। मोहन भागवत ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकना हर किसी की जिम्मेदारी है। कानून व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन कर हिंसा की प्रवृत्ति समाज में परस्पर संबंधों को नष्ट कर अपना प्रताप दिखाती है। यह प्रवृत्ति हमारे देश की परम्परा नहीं है, न ही हमारे संविधान में है। कितना भी मतभेद हो, कानून और संविधान की मर्यादा में रहें। न्याय व्यवस्था में चलना पड़ेगा। केंद्र की मोदी सरकार की सराहना करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि बहुत दिनों बाद देश में कुछ अच्छा हो रहा है। देश की सुरक्षा पहले से ज्यादा बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाकर मोदी सरकार ने साबित किया कि वह इस तरह के कठोर फैसले लेने में सक्षम है। हमारा देश पहले से ज्यादा सुरक्षित है, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना बड़ा कदम है। चंद्रयान-2 ने विश्व में भारत का मान बढ़ाया है। देश में बहुत कुछ अच्छा हो रहा है, लेकिन अफसोस कि कुछ लोगों को ये बदलाव पसंद नहीं आ रहा। भागवत ने बताया कि मेरे एक मित्र अर्थशास्त्र के जानकार हैं, उन्होंने कहा कि मंदी का दौर उसे कहते हैं, जब आपकी विकास दर जीरो हो जाए, लेकिन, हमारी जीडीपी दर तो 5 फीसदी है। हमें अभी क्या फिक्र है, हमें जीडीपी पर चर्चा तो करनी चाहिए, मगर चिंता नहीं। गौरतलब है कि 27 सितम्बर 1925 को विजयदशमी के दिन महाराष्ट्र में मोहिते के बाड़े नाम की जगह पर डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार ने पांच बालकों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नींव रखी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यह पहली शाखा थी। वहीं स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपना इंटरनेट आधारित रेडियो चैनल भी लेकर आया है, जिस पर कार्यक्रम में भागवत के संबोधन का प्रसारण किया जाएगा। इस वार्षिक समारोह में एचसीएल के संस्थापक शिव नादर मुख्य अतिथि हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश की बात की जाये तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राममंदिर निर्माण को लेकर एक बार फिर बयान दिया है। दो दिन पहले 'जल्द मिल सकती है खुशखबरी' वाले बयान पर उन्होंने कहा कि अयोध्यावासियों के लिए खुशखबरी है कि 26 अक्टूबर को वहां साढ़े पांच लाख दीप जलेंगे। देव दीपावली धूमधाम से मनाई जाएगी। कई देशों की रामलीलाएं होंगी। राममंदिर निर्माण पर उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे इस विवाद का निपटारा अब हो जाना चाहिए। उच्चतम न्यायालय के निर्णय का वह अभिनंदन करेंगे। इसे सभी को मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है। अयोध्या को उसका वैभव मिले इसके लिए अनेक कार्यक्रम हो रहे हैं। कई देशों से रामलीलाएं वहां आती हैं। इस बार 26 अक्टूबर को 5.51 लाख दीप अयोध्या में जलाए जाएंगे। अयोध्या विकास की प्रक्रिया से ढाई साल में जुड़ा है। 'जल्द मिल सकती है खुशखबरी' वाले मुख्यमंत्री के बयान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह कहते हुए हमला बोला था कि 'मुख्यमंत्री को कैसे पता कि कोर्ट में क्या होने वाला है'। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनकी भूमिका हमेशा से नकारात्मक रही हो उनसे सकारात्मकता की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने गांधी जयंती पर 36 घण्टे विधानसभा चलाई ताकि बापू के विचारों पर चर्चा हो सके। दुर्भाग्य है कि जिनको जनता के मुद्दों से कोई मतलब नहीं उन्होंने वाक आउट किया। गांधी जी का उन्होंने अपमान किया है। सरकार का एजेंडा स्पष्ट है। प्रगति के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉडल हमारी प्रेरणा है।
वहीं उत्तर प्रदेश की बात की जाये तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राममंदिर निर्माण को लेकर एक बार फिर बयान दिया है। दो दिन पहले 'जल्द मिल सकती है खुशखबरी' वाले बयान पर उन्होंने कहा कि अयोध्यावासियों के लिए खुशखबरी है कि 26 अक्टूबर को वहां साढ़े पांच लाख दीप जलेंगे। देव दीपावली धूमधाम से मनाई जाएगी। कई देशों की रामलीलाएं होंगी। राममंदिर निर्माण पर उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्षों से चले आ रहे इस विवाद का निपटारा अब हो जाना चाहिए। उच्चतम न्यायालय के निर्णय का वह अभिनंदन करेंगे। इसे सभी को मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है। अयोध्या को उसका वैभव मिले इसके लिए अनेक कार्यक्रम हो रहे हैं। कई देशों से रामलीलाएं वहां आती हैं। इस बार 26 अक्टूबर को 5.51 लाख दीप अयोध्या में जलाए जाएंगे। अयोध्या विकास की प्रक्रिया से ढाई साल में जुड़ा है। 'जल्द मिल सकती है खुशखबरी' वाले मुख्यमंत्री के बयान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह कहते हुए हमला बोला था कि 'मुख्यमंत्री को कैसे पता कि कोर्ट में क्या होने वाला है'। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनकी भूमिका हमेशा से नकारात्मक रही हो उनसे सकारात्मकता की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने गांधी जयंती पर 36 घण्टे विधानसभा चलाई ताकि बापू के विचारों पर चर्चा हो सके। दुर्भाग्य है कि जिनको जनता के मुद्दों से कोई मतलब नहीं उन्होंने वाक आउट किया। गांधी जी का उन्होंने अपमान किया है। सरकार का एजेंडा स्पष्ट है। प्रगति के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मॉडल हमारी प्रेरणा है।
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