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मुख्यमंत्री योगी ने महंत परमहंस रामचंद्र दास की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

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  लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत परमहंस रामचंद्र दास महाराज की पुण्यतिथि पर रविवार ३१ जुलाई को अयोध्या के सरयू घाट/रामकथा पार्क स्थित उनके समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भगवान रामलला तथा हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन पूजन किया। मुख्यमंत्री ने जनपद अयोध्या में संचालित विकास कार्यों एवं श्रावण झूला मेले के सम्बन्ध में जानकारी ली। योगी ने श्रावण झूला मेले को सुव्यवस्थित व बेहतर ढंग से सम्पन्न कराने के निर्देश दिये। उन्होंने श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री दिगम्बर अखाड़ा में महंत परमहंस रामचंद्र दास महाराज की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुंख्यमंत्री योगी ने कहा कि महंत जी हमेशा सभी के प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे। इस अवसर पर दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेशदास महाराज व अन्य साधु-संत, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

नाग पंचमी के दिन नागों को दूध पिलाने से मिलता है अक्षय पुण्य

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आस्था। हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है। ये दिन पूर्ण रूप से नाग देवता को समर्पित है। इस वर्ष यानि 2022 में नागपंचमी 2 अगस्त को है। मान्यता है नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। पौराणिक काल से ही सांपों को देवताओं की तरह पूजा जाता है। नाग की पूजा करने से सांपों के डसने का भय समाप्त हो जाता है। भगवान शंकर के गले में भी नाग देवता लिपटे रहते हैं। नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से जीवन के संकटों का नाश होता है। मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। यदि नागपंचमी के दिन किसी व्यक्ति को नागों के दर्शन होते हैं तो उसे बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन सांपों को दूध से स्नान और दूध पिलाने से अक्षय पुण्य मिलता है। नाग पंचमी 2022 तिथि की शुरुआत-2 अगस्त प्रात: 5 बजकर 13 मिनट से नाग पंचमी 2022 तिथि समाप्ति-3 अगस्त सुबह 5 बजकर 41 मिनट पर नाग पंचमी 2022 पूजा का शुभ मुहूर्त-2 अगस्त सुबह 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होकर सुबह 8 बजकर 25 मिनट तक। नाग पंचमी के दिन अनन्त, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल ...

स्कूल यूनीफॉर्म में माल और पार्क नहीं घूम पाएंगे विद्यार्थी

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प्रयागराज। अब स्कूल कॉलेज से बंक मारकर सार्वजनिक स्थान पर विद्यार्थी नहीं घूम पाएंगे। स्कूल ड्रेस में उन्हें सार्वजनिक स्थान पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस सम्बन्ध में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य ने जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। इसके साथ ही एक सप्ताह में कार्रवाई करते हुए आयोग को अवगत कराने के लिए लिखा है। मिली जानकारी के अनुसार राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. शुचिता चतुर्वेदी ने पत्र में लिखा है कि यह संज्ञान में आया है कि विद्यालय में अध्ययनरत छात्र और छात्राएं विद्यालय न जाकर सार्वजनिक स्थानों पार्क, मॉल, रेस्टोरेंट इत्यादि में जाकर समय व्यतीत करते हैं। ऐसी परिस्थितियों में अप्रिय घटना की भी आशंका बन जाती है। अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं कि विद्यार्थी घर से स्कूल जाने की बात कहकर निकलते और फिर घूमते फिरते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी जिलाधिकारियों से अपेक्षा है कि अपने जिले के समस्त सार्वजनिक स्थानों पर विद्यालय समय में स्कूली यूनिफार्म पहने हुए छात्र-छात्राओं का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाए। वहीं इस सम्बन्ध में शिक्षक विनीत गुप्ता का कहना है क...

सावन के महीने में व्रत रखने से स्वस्थ रहता है मन और मस्तिष्क

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आस्था। सावन का पवित्र महीना चल रहा है। इस माह में श्रद्धालु व्रत रखते हैं और भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिये रद्राभिषेक भी करते हैं, जो कि अति फलदायी होता है। सावन के महीने में कई ऐसे व्रत त्योहार पड़ते हैं जिनमें उपवास रखने की परंपरा बरसों से चली आ रही है। सावन के सोमवार, सावन शिवरात्रि, सावन में पडऩे वाला मंगला गौरी व्रत, हरियाली तीज इन सभी तिथियों पर उपवास रखा जाता है। श्रावण मास में व्रत रखने को विज्ञान भी मान्यता देता है। वहीं मान्यता है कि सावन महीने में भगवान शंकर अपनी तपस्या में लीन थे, सावन सोमवार का व्रत रखने से जीवन में सफलता और भगवान शंकर का आशीर्वाद मिलता है। बता दें कि सावन माह में हम लोगों की पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है। सावन माह में पत्तेदार सब्जियां पालक, मेथी, लाल भाजी, बथुआ, गोभी, पत्तागोभी जैसी सब्जियां खाने से सेहत को नुकसान होता है, क्योंकि इनमें बैक्टीरिया और कीड़ों की संख्या बढ़ जाती है। सावन माह में व्रत नहीं रखने से आने वाले समय में किसी भी प्रकार का गंभीर रोग हो सकता है। व्रत का अर्थ पूर्णत: भूखा रहकर शरीर को सुखाना नहीं बल्कि शरीर को कुछ समय के ...

बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिये केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजना

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग डॉ नवनीत सहगल ने कहा है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने में भारत सरकार की फ्लैगशिप योजना प्रधानमंत्री रोजगार सृजन (पीएमईजीपी) की महत्पूर्ण भूमिका है। इस योजना के तहत विगत पांच वर्षों में 40 हजार इकाइयां स्थापित हुई और लगभग 5 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आसानी से ऋण मिले। बैंकों को इस दिशा में और संवेदनशील होकर सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। डा सहगल शुक्रवार को केन्द्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा गन्ना संस्थान में आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पीएमईजीपी योजना के अंतर्गत वर्ष 2021-22 में उद्योग विभाग, उप्र खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड तथा खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने मिलकर लक्ष्य के सापेक्ष मार्जिनमनी वितरण में 123 प्रतिशत सफलता प्राप्त की गई है। प्रदेश की 12581 इकाइयों को पीएमईजीपी योजना के अंतर्गत 410.53 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी अनुदान एवं बैंकों द...

तीन राशियों के लिये उत्तम रहेगा सावन का तीसरा शनिवार

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ज्योतिष। 30 जुलाई 2022 को सावन का तीसरा शनिवार है। सावन महीने में शिव के साथ शनिदेव की पूजा अति फलदायी मानी गई है। मान्यता है कि सावन में पड़ने वाले शनिवार को शनिदेव की पूजा करने से शनिदोष का प्रभाव कम होता है। जिन राशियों पर शनिदेव की कृपा दृष्टि होती है, उनके काम जीवन में आसानी से हल होते हैं। बता दें कि शनिदेव की तीन प्रिय राशियां हैं- तुला : इस राशि के जातकों पर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है। शनिदेव की कृपा से तुला राशि के जातकों का जीवन सुख-सुविधाओं भरा रहता है। तुला राशि में शनिदेव उच्च के होते हैं। तुला राशि वालों को शनिदेव की कृपा से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस राशि के जातक प्रतिभाशाली माने जाते हैं।  मकर : शनिदेव की विशेष कृपा से मकर राशि वालों को हर काम में सफलता हासिल होती है। मकर राशि के जातकों को परिश्रमी माना जाता है। इस राशि के जातकों का दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहता है। इस राशि के जातक भाग्यशाली माने गए हैं। मकर राशि के स्वामी ग्रह स्वयं शनिदेव हैं। कुम्भ : शनिदेव की दूसरी राशि कुम्भ है। इस राशि पर शनिदेव हमेशा अपनी कृपा बरसाते हैं। शनिदेव की कृपा से इस राशि के ज...

झगड़ा और विवाद से बचें

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बोधकथा। एक आदमी टैक्सी से कार्यालय से घर जा रहा था। टैक्सी चालक बड़े ही सावधानी से टैक्सी चला रहा था। सामने से एक दूसरी टैक्सी बहुत ही तेज गति से आती है और उस टैक्सी से टकराते-टकराते बाल-बाल बचती है। तेज गति से चलाने वाला टैक्सी चालक की गलती होने के बावजूद वह दूसरे टैक्सी ड्राइवर से ऊंची आवाज में बात करता है और उस पर चिल्लाता है। वह टैक्सी चालक मंद मुस्कुराता है और कोई भी प्रतिक्रिया दिये बिना चला जाता है। टैक्सी में बैठा हुआ व्यक्ति आश्चर्यचकित हो जाता है, वह टैक्सी वाले को कहता है आपको कितना बुरा भला कहा आपने कुछ क्यों नहीं कहा? उल्टा आपको सुनाना चाहिए था, आपने कुछ भी नहीं कहा और मुस्कुराते हुए उसे जाने क्यों दिया? टैक्सी चालक कहता है इस जीवन के भागदौड़ में सभी लोग उलझे हुए हैं। कोई आर्थिक संकट से जूझ रहा है, कोई व्यक्ति कुटुंब में चल रहे वाद विवाद के कारण मानसिक तनाव से परेशान है, उन्हें सही, गलत से कोई मतलब नहीं, बस वे सिर्फ अपना अपना गुस्सा निकालने का मौका ढूंढते हैं। मैं उनकी परेशानी में पड़ना नहीं चाहता, इसलिए मैं मुसकुरा देता हूं, जिससे मेरा दिमाग ठंडा रहता है, सामने वाले को उ...

रक्षाबन्धन पर्व पर बहनों के लिए की गई विशेष व्यवस्था

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लखनऊ। कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने 12 अगस्त को रक्षाबन्धन पर्व पर उत्तर प्रदेश के सभी जेलों में निरूद्ध कैदियों के लिये विशेष व्यवस्था की है। मंत्री ने कारागार महानिरीक्षक को निर्देश दिये हैं कि रक्षाबन्धन पर्व के दिन आने वाले बंदियों के परिजनों, बहनें जो राखी बांधने आयेंगी, उनके मिलने, राखी बांधने के लिये स्लाट बनाकर राखी बांधने और पर्व मनाने की व्यवस्था की जाये। श्री राही ने महानिरीक्षक को पत्र लिखकर निर्देश दिये हैं कि रक्षाबन्धन पर्व के दिन आने वाले परिजनों व बहनों के लिए शिविर लगाकर बैठने की व्यवस्था के साथ ही उनके जलपान की व्यवस्था भी की जाये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन 'सबका साथ सबका विकास' के तहत सभी को खुशी मनाने का अवसर समान रूप से मिलना चाहिए। सुरेश राही ने कहा है कि स्वयं सहायता समूहों की सहायता से इस पर्व को भव्य तरीके से मनायें। रक्षाबन्धन का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। यह भारतीय संस्कृति की गौरवशाली परम्परा से जुड़ा हुआ है। इस दिन बहने भाइयों की कलाई पर रक्षा धागा बांधकर उनके लम्बी आयु और उज्ज्वल भविष्य...

हरियाली तीज के व्रत से कुंवारी कन्याओं को मिलता है मनचाहा वर

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आस्था। हरियाली तीज या श्रावणी तीज, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को कहते हैं। इस साल यानि 2022 में 31 जुलाई को रखा जायेगा हरियाली तीज का व्रत। सावन मास में जब सम्पूर्ण धरती पर हरियाली की चादर बिछी रहती है, प्रकृति के इस मनोरम क्षण का आनंद लेने के लिए महिलाएं झूले झूलती हैं, लोक गीत गाकर उत्सव मनाती हैं। हरियाली तीज के अवसर पर कई जगह मेले लगते हैं और माता पार्वती की सवारी धूमधाम से निकाली जाती है। सुहागिन महिलाओं के लिए हरियाली तीज पर्व बहुत मायने रखता है। क्योंकि सौंदर्य और प्रेम का यह उत्सव भगवान शिव व माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। देश में कुछ स्‍थानों पर कुंवारी कन्‍याएं भी यह व्रत करती हैं। जिस प्रकार तपस्‍या करने से माता पार्वती को भगवान शिव जैसे पति की प्राप्ति हुई, वैसे ही व्रत करके और शिव-पार्वती की पूजा करके कुंवारी कन्याओं को भी भविष्‍य में अच्‍छा जीवनसाथी मिले। इसलिए कुछ घरों में कुंवारी कन्‍याओं को भी यह व्र‍त करवाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार माता पार्वती के कहने पर भगवान शंकर ने आशीर्वाद दिया था कि जो भी कुंवारी कन्‍या इस व्रत को करेगी उस...

मोती धारण करने से बनी रहती है मां लक्ष्मी की कृपा

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  ज्योतिष। रत्न शास्त्र  के अनुसार, मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों के लिए मोती काफी अच्छा माना जाता है। मोती रत्न चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करता है। चंद्रमा मन का कारक ग्रह होता है। मन को स्थिर, शांत और नकारात्मकता को खत्म करने के लिए मोती जरूर पहनना चाहिए। मोती धारण करने से आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। बता दें कि किसी की कुंडली में चंद्रमा नीच का हो तो मोती धारण नहीं करना चाहिए। मोती पहनने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। वहीं जिन लोगों को गुस्सा अधिक आता है, उन्हें मन शांत करने के लिए जरूर मोती धारण करना चाहिए।  मोती को चांदी की अंगूठी में हाथ की सबसे छोटी अंगुली में शुक्ल पक्ष के सोमवार को रात में पहनना चाहिए। रात के समय मोती धारण करने से उसकी शक्तियां बढ़ जाती हैं। इसके अलावा मोती को पूर्णिमा की रात को भी पहना जा सकता है। मोती की अंगूठी को पंचामृत में डूबाकर गंगाजल से धोकर साफ करने के बाद ही धारण करें। मालूम हो कि मोती रत्न गोल और सफेद रंग का होता है। कई जगहों पर यह हल्के गुलाबी रंग का भी पाया जाता है। मोती समुद्र ...

हरियाली अमावस्या पर पुष्य योग का दुर्लभ संयोग, सोना खरीदना बेहद शुभ

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ज्योतिष। श्रावण या सावन के पवित्र महीने के दौरान होने वाली पूर्णिमा को हरियाली अमावस्या के रूप में जाना जाता है और इसे अति शुभ माना जाता है। सावन महीने की अमास्या को हरियाली अमावस्या कहते हैं। इस अमावस्या तिथि को पितरों की प्रसन्नता और देवों की कृपा पाने के लिए वृक्षारोपण करने की परम्परा है। इस बार यानि अमावस्या तिथि पर दीपावली के समान शुभ योग बना है। पुराणों में हरियाली अमावस्या का महत्व वर्णित हैं। माना जाता है कि हरियाली अमावस्या पर शिवजी की पूजा पितृ स्वरूप में की जाती है। इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। हरियाली अमावस्या की तिथि के प्रकृति से सम्बन्धित भी माना जाता है। हरियाली अमावस्या के दिन पीपल की पूजा करके इसके फेरे लिए जाते हैं और मालपुओं का भोग लगाया जाता है। इस दिन पीपल, बरगद, केला, नीबू, तुलसी आदि का वृक्षारोपण करना अतिशुभ माना जाता है। दरअसल वृक्षों की प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करने के पर्व के रूप में भी हरियाली अमावस्या को जाना जाता है। हरियाली अमावस्या 27 जुलाई दिन बुधवार को रात 9 बजकर 11 मिनट से होगी, जो बृहस्पतिवार रात यानि 28 जुलाई की रात 11 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। ...

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद ने आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के आयोजन के लिये एमएसएमई विभाग द्वारा खरीदे जाने वाले 2 करोड़ राष्ट्रीय ध्वजों के लिए धनराशि की व्यवस्था के सम्बन्ध में पंचायतीराज विभाग और नगर विकास विभाग के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है। मालूम हो कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम पूरे देश में मनाया जा रहा है। इसके तहत, 11 से 17 अगस्त 2022 के मध्य ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश में करीब 4.5 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज फहराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें से 2 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज एमएसएमई विभाग से क्रय किये जाएंगे। शेष करीब 2.5 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज विभिन्न स्वयं सहायता समूहों, स्वयंसेवी संगठनों व निजी सिलाई केन्द्रों से क्रय किये जाने हैं। ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के आयोजन के लिये एमएसएमई विभाग द्वारा क्रय किये जा रहे 2 करोड़ राष्ट्रीय ध्वजों में से 75 प्रतिशत यानि एक करोड़ 50 लाख राष्ट्रीय ध्वजों का भुगतान पंचायतीराज विभाग द्वारा राज्य वित्त आयोग के अनुदान से किये जाने का प्रस्ताव है। प्रति र...

31 जुलाई को है हरियाली तीज, महिलाएं करती हैं 16 श्रृंगार

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आस्था। इस साल यानि 2022 में हरियाली तीज 31 जुलाई को है। इस बार हरियाली तीज पर शुभ संयोग भी बन रहे हैं। शास्त्रों के अनुसार कठोर तप के बाद माता पार्वती को 108वें जन्म पर भगवान शंकर ने अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। तभी से इस व्रत की शुरुआत हुई। इस दिन जो सुहागन महिलाएं 16 श्रृंगार करके शंकर भगवान और देवी पार्वती की पूजा करती हैं, उनका सुहाग लम्बे समय तक बना रहता है। माना जाता है कि यदि इस दिन लड़कियां व्रत रखें तो उन्‍हें मनपसंद वर मिलता है। इस साल हरियाली तीज पर बेहद शुभ योग रवि योग बन रहा है, इसे पूजा-पाठ, धर्म-कर्म के लिए बहुत शुभ माना जाता है। रवि योग में किए गए काम से मनवांछित फल मिलता है। 31 जुलाई की दोपहर 2:20 बजे से 1 अगस्त की सुबह 6:4 बजे तक रवि योग रहेगा। हरियाली तीज के दिन माता पार्वती और शिव की पूजा करने के साथ माता पार्वती को श्रृंगार की चीजें अर्पित करना चाहिए। हरियाली तीज के दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की जाती है। यह पर्व करवा चौथ के बराबर होता है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन भोजन और जल ग्रहण किए बिना दूसरे दिन स्नान-पूजा के बाद व्रत का पारण करती हैं।

बादशाह ने दी सज्जन को नौकरी

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बोधकथा। बादशाह को एक नौकर की आवश्यकता थी, इसके लिये तीन उम्मीदवार बादशाह के सामने पेश किए गए। बादशाह ने उन तीनों उम्मीदवारों से पूछा कि यदि मेरी और तुम्हारी दाढ़ी में साथ-साथ आग लगे तो पहले किसकी बुझाओगे? पहले उम्मीदवार ने कहा कि मैं पहले आपकी दाढ़ी बुझाऊँगा। दूसरे ने कहा कि पहले मैं अपनी दाढ़ी बुझाऊँगा। तीसरे ने कहा कि एक हाथ से अपनी और दूसरे हाथ से आपकी बुझाऊँगा। बादशाह ने तीसरे आदमी को नौकरी दे दी। बादशाह ने दरबारियों से कहा कि जो अपनी उपेक्षा करके दूसरों का भला करता है वह अव्यावहारिक है। जो स्वार्थ को ही सर्वोपरि समझता है वह नीच है और जो अपनी और दूसरों की भलाई का समान रूप से ध्यान रखता है उसे ही सज्जन कहना चाहिए। बादशाह ने कहा कि मुझे सज्जन व्यक्ति की जरूरत थी इसलिये तीसरे आदमी को नौकरी पर रखा गया।

बेहद शुभ फलदायी है शिवरात्रि और मंगला गौरी व्रत

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ज्योतिष। हर महीने की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है। सावन के शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस साल यानि 2022 में शिवरात्रि 26 जुलाई को है। इस साल श्रावण माह में शिवरात्रि और मंगला-गौरी व्रत एक ही दिन पड़ रहे हैं, जो बेहद शुभ संयोग है। मंगला-गौरी व्रत सावन महीने के सभी मंगलवार को रखा जाता है। मंगला-गौरी व्रत रखने से माता पार्वती और भगवान शंकर दोनों प्रसन्न होते हैं। यह संयोग कई वर्षों बाद बन रहा है। सावन महीने की शिवरात्रि 26 जुलाई की सायं 6:45 बजे से शुरू होकर 27 जुलाई की रात 9:10 बजे तक रहेगी। इस तरह भगवान शिव का जलाभिषेक 26 और 27 जुलाई दोनों ही दिन करने पर फलदायी रहेगा। मान्‍यता अनुसार शिवरात्रि के दिन चारों प्रहर की पूजा करने से पुरुषार्थ, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष मिलता है। श्रावण शिवरात्रि की पूजा के लिए सबसे उत्‍तम मुहूर्त सायं 6:30 से 7:30 बजे तक रहेगा। बता दें कि सावन माह के दूसरे मंगलवार को खास संयोग बनने के कारण भक्तों पर भगवान शिव के साथ हनुमान जी की भी विशेष कृपा रहेगी। सावन माह का दूसरा मंगलवार तीन राशियों के जातकों का अमंगल दूर करेगा। वृष : इस राशि के जातकों के लिए...

आखिर कौन हैं तीन शक्तिशाली राशियां!

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ज्योतिष। शास्त्र के अनुसार कुल 12 राशियां होती हैं और इन्हीं राशियों के आधार पर भविष्यफल निकाला जाता है। इन बारहों राशियों में से 3 राशियां ऐसी हैं जो सबसे अधिक शक्तिशाली राशियां हैं- मेष : इस राशि के स्वामी मंगल हैं, मेष राशि के जातक पर भगवान भोलेनाथ बहुत मेहरबान रहते हैं। मेष राशि के जातक तेजी से काम करने वाले, आशावादी और आत्मकेंद्रित होते हैं। राशि चक्र की प्रथम राशि होने के कारण ये शिशु की तरह मासूम होते हैं। इनका प्रतीक मेढ़ा होता है, जो निडर और साहसी होता है। इस राशि के जातक हमेशा अपना जीवन अपनी शर्तों पर जीना पसंद करते हैं। इस राशि के जातक मिलनसार होते हैं और बेहद ताकतवर होते हैं। सिंह : शास्त्रों में जिस तरह ग्रहों का राजा सूर्य को माना है उसी तरह सिंह राशि के जातक भी राजा से कम नहीं होते। सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं। ये साहसी, दृढ़-निश्चयी और शाही अंदाज वाले होते हैं। वहीं सिंह राशि की लड़कियां सुंदर और आस्‍थवान होती हैं। ऐसी लड़कियों के जीवन में पैसा और करियर अहम होता है। इनकी मांगें कभी पूरी नहीं होती है। जल्‍द सच्‍चे प्‍यार में पड़ती नहीं हैं। सिंह राशि के जातकों से लोग...

धन समृद्धि के लिए शुभ फलदायी माना जाता है 'गुरु पुष्य योग'

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ज्योतिष। शास्त्रों में बृहस्पति को पुष्य नक्षत्र का स्वामी माना गया है। ऐसे में इस नक्षत्र की शुरुआत गुरुवार को हो रही है, जिससे 'गुरु पुष्य योग' बना रहा है। यह गुरु पुष्य योग श्रावण अमावस्या को बन रहा है जो कि लोगों को धार्मिक और आर्थिक लाभ पहुंचाएगा। गुरु पुष्य का योग सभी कार्यों के लिए अति शुभ होता है। इस दिन लक्ष्मी व ज्ञान प्राप्ति के लिए साधक श्रीयंत्र का पूजन और मंत्र की सिद्धि करते हैं। पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण खरीदने का प्रचलन इसलिए है, क्योंकि इसे शुद्ध, पवित्र और अक्षय धातु के रूप में माना जाता है और पुष्य नक्षत्र पर इसकी खरीदी अत्यधिक शुभ होती है। इस नक्षत्र में वाहन, भवन, भूमि और बहीखाते खरीदना भी शुभ होता है। 27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है पुष्य। सभी नक्षत्रों में इस नक्षत्र को सबसे अच्छा माना जाता है। सभी नए सामान की खरीदारी, सोना, चांदी की खरीदारी के लिए पुष्य नक्षत्र को सबसे पवित्र इसलिये माना जाता है क्योंकि चंद्रमा धन के देवता हैं, चंद्र कर्क राशि में स्वराशिगत माना जाता है। बारह राशियों में एकमात्र कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है और पुष्य नक्षत्र के सभी च...

क्या भगवान हमारे द्वारा चढ़ाया गया भोग खाते हैं ?

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   क्या भगवान हमारे द्वारा चढ़ाया गया भोग खाते हैं ? यदि खाते हैं, तो वह वस्तु समाप्त क्यों नहीं हो जाती ? और यदि नहीं खाते हैं, तो भोग लगाने का क्या लाभ ? एक लड़के ने पाठ के बीच में अपने गुरु से यह प्रश्न किया। गुरु ने तत्काल कोई उत्तर नहीं दिया। वे पूर्ववत् पाठ पढ़ाते रहे उस दिन उन्होंने पाठ के अन्त में एक श्लोक पढ़ाया—  पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात् पूर्णमुदच्यते ।  पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥ पाठ पूरा होने के बाद गुरु ने शिष्यों से कहा कि वे पुस्तक देखकर श्लोक कंठस्थ कर लें। एक घंटे बाद गुरु ने प्रश्न करने वाले शिष्य से पूछा कि उसे श्लोक कंठस्थ हुआ कि नहीं ? उस शिष्य ने पूरा श्लोक शुद्ध-शुद्ध गुरु को सुना दिया। फिर भी गुरु ने सिर 'नहीं' में हिलाया, तो शिष्य ने कहा कि" वे चाहें, तो पुस्तक देख लें; श्लोक बिल्कुल शुद्ध है।” गुरु ने पुस्तक देखते हुए कहा“ श्लोक तो पुस्तक में ही है, तो तुम्हारे दिमाग में कैसे चला गया? शिष्य कुछ भी उत्तर नहीं दे पाया। तब गुरु ने कहा “ पुस्तक में जो श्लोक है, वह स्थूल रूप में है। तुमने जब श्लोक पढ़ा, तो वह सूक्ष्म रूप में तुम्ह...

शिव को अति प्रिय है सावन की हरियाली

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आस्था । मान्यता है कि भगवान शंकर को हरा रंग अति प्रिय है। यह रंग प्रेम, प्रसन्नता, खुशी, सुख और सौभाग्य का प्रतीक होता है। इस महीने चारों तरफ हरियाली छा जाती है। बम भोले के जयकारे से वातावरण गूंज उठता है। चारों तरफ उत्सव जैसा माहौल रहता है। मंदिर और मठों को सजाया जाता है। शिव धुन बजती रहती है। श्रद्धालु भगवान शंकर को मनाने के लिए उनके दूत भूत की वेशभूषा धारण करते हैं। इस मौके पर कांवड़ यात्रा भी की जाती है। सावन के महीने में धरा पर हरियाली बढ़ जाती है, हरा रंग मनमोहक होता है, जो सभी को प्रिय है। इसके साथ ही शिव की पूजा हरे रंग के बेल पत्र, भांग, धतूरा आदि चीजों से की जाती है। ऐसा माना जाता है कि हरे रंग का आवरण करने से व्यक्ति पर प्रकृति की कृपा बरसती है। भगवान श्रीहरि विष्णु को भी हरा रंग अति प्रिय है। इसके अलावा, ज्योतिष बुध ग्रह मजबूत करने के लिए हरे रंग का वस्त्र पहनने की सलाह देते हैं। साथ ही भगवान गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने की सलाह देते हैं। दूर्वा अर्पित करने से भगवान गणेश अति प्रसन्न होते हैं। बता दें कि सावन के सोमवार को भगवान शंकर की पूजा करने से मन की हर इच्छा पूरी हो सकत...

मनकामेश्वर मंदिर के दर्शन से पूरी होती हैं मनोकामनाएं

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आस्था। उत्तर प्रदेश के शहर प्रयागराज में मनोकमना मंदिर के दर्शन से हर मनोकमनाएं पूर्ण होती हैं। पौराणिक मान्यता है कि यज्ञभूमि पर कामदेव को भस्म करने के बाद भगवान शंकर ने यमुना तट पर भक्तों की कामना पूरी करने के लिए प्रवास किया। तभी ये यहां मनकामेश्वर के रूप में महादेव विराजमान हैं। मान्यता के अनुसार वन गमन के समय प्रभु श्रीराम न अक्षयवट दर्शन से पहले मनकामेश्वर की आराधना की थी। स्कंद पुराण और प्रयाग महात्म्य में मनकामेश्वर महादेव का उल्लेख है। पुराणों के अनुसार अक्षयवट के पश्चिम में पिशाच मोचन मंदिर के पास यमुना के किनारे मनकामेश्वर तीर्थ है। यहां कामेश्वरी के रूप में मां पार्वती के अलावा भैरव, यक्ष, किन्नर भी विराजमान है। कामेश्वर और कामेश्वरी का तीर्थ होने के साथ ही श्रीविद्या की तांत्रिक साधना का भी यह केंद्र रहा है। मनकामेश्वर मंदिर के परिसर में ऋण दक्षिणामुखी हनुमान, मुक्तेश्वर और सिद्धेश्वर महादेव विराजमान हैं। त्रेता में जब भगवान राम को वनवास मिला तो अयोध्या से भगवान राम माता जानकी और लक्ष्मण के साथ अक्षयवट के नीचे विश्राम किया था ।  वहीं एक मनकामेश्वर मंदिर राजधानी लखनऊ मे...

शिवसेना कार्यकर्ताओं को लुभाने की कोशिश

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विचार। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बने 22 से अधिक दिन बीत चुके हैं लेकिन वहां का राजनीतिक मुद्दा एकदम गरम है। राजनीतिक मात से बिलबिलाये ठाकरे परिवार के साथ-साथ संजय राउत इधर-उधर बयान देते देखे जा रहे हैं। शिवसेना को बचाने के लिए पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे शिव संवाद यात्रा निकाल रहे हैं। आदित्य ठाकरे की यह यात्रा आज यानि शुक्रवार को नासिक जिले के मनमाड पहुंची, जहां उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि शिवसेना से गद्दारी करने वाले हमसे सवाल पूछने की बातें कर रहे हैं, लेकिन वे इस लायक नहीं हैं। गद्दारों को तो खुद यह बताना चाहिए कि उन्होंने पीठ में खंजर भोंकने का काम क्यों किया। बालासाहेब ठाकरे की विरासत के साथ धोखा क्यों किया। ऐसे बयान निहायत ही बचकाने और तथ्यहीन इसलिये हैं क्योंकि धोखेबाज कौन है, विश्वासघाती कौन है यह महाराष्ट्र के साथ पूरा देश जानता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो व भाजपा के सहारे जीत हासिल करने वाले शिवसेना के उद्धव ठाकरे, आदित्य और संजय राउत ने कैसे भाजपा को धोखा देकर घोर विरोधी कांगे्रस और लोकतांत्रिक कांग्रेस से सत्ता के लिये हाथ मिला लिया।...

24 जुलाई को कामिका एकादशी पर द्विपुष्कर योग का शुभ संयोग

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  ज्योतिष : श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस साल यानि 2022 में कामिका एकादशी 24 जुलाई दिन रविवार को मनाया जाएगा। सावन मास में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा करने से भगवान विष्णु के साथ भोलेनाथ का भी आशीर्वाद मिलता है। इस साल कामिका एकादशी पर द्विपुष्कर योग का शुभ संयोग बन रहा है। द्विपुष्कर योग रात 10:00 बजे से अगले दिन सुबह 05:38 बजे तक रहेगा। ज्योतिष  शास्त्र के अनुसार द्विपुष्कर योग में किए गए कार्य में दोगुना वृद्दि होती है। मान्यता  है कि द्विपुष्कर योग में बहुमूल्य चीजें खरीदना शुभ होता है। इसके अलावा कामिका एकादशी के दिन वृद्धि व ध्रुव योग बन रहे हैं। द्विपुष्कर, वृद्धि व ध्रुव योग को बेहद शुभ योगों में गिना जाता है। इस अवधि में किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है। शास्त्रों के अनुसार वृद्धि योग में की गई पूजा-पाठ से मिलने वाले पुण्य में वृद्दि होती है, साथ ही इस योग में किए गए कार्यों में भी वृद्दि होती है। कामिका एकादशी व्रत के बारे में भगवान ​श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया था​ कि इस व्रत...

सोनिया गांधी ने कहा-पूंछो कितने सवाल पूछने हैं!

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विचार। देश को तबाह करने वाली कांग्रेस पार्टी को भारतीय जनता पार्टी अच्छे से सबक सिखा रही है, लेकिन कांग्रेस के लोग भ्रष्टता और बेइमानी छोड़ नहीं पा रहे हैं। सरकार में थे तो नित नये घोटाले होेते थे, लेकिन अब विपक्ष में हैं तो कांग्रेस के देश व विकास विरोधी बयान व कृत्य दिन-ब-दिन देखे, पढ़े व सुने जा सकते हैं। नया मामला नेशनल हेराल्ड का है, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने आज यानि 21 जुलाई 2022 को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से करीब 3 घंटे पूछताछ की। सोनिया गांधी को फिर से पूछताछ के लिए 25 जुलाई को बुलाया गया है। सोनिया गांधी से 25 से अधिक सवाल पूछे गए, इसके बाद उन्होंने अपनी दवा के लिए घर जाने को कहा। उधर, कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कहा कि हमारे पास कोई सवाल नहीं है, आप जा सकती हैं, लेकिन सोनिया जी ने कहा कि आपके जितने सवाल हैं, पूछिए, मैं रात 8-9 बजे तक रुकने को तैयार हूं। सोनिया गांधी ने पूंछतांछ खत्म करने के लिए कोई निवेदन नहीं किया था। सोनिया गांधी से पूछताछ की अगुआई महिला अफसर मोनिका शर्मा ने की, मोनिका शर्मा एडिशन...

सावन के दूसरे सोमवार पर शिव की रहेगी विशेष कृपा

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आस्था। श्रावण या सावन महीने को बड़ा ही पवित्र माना गया है। सावन के सोमवार शंकर भगवान के सबसे प्रिय दिन माने जाते हैं। सावन का पहला सोमवार बीते 18 जुलाई को था। पहले सोमवार के दिन उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में काफी उल्लास देखने को मिला था। वहीं ज्योतिष के अनुसार 25 जुलाई 2022 को सावन का दूसरा सोमवार पड़ेगा। इस दिन श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की द्वादशी की तिथि रहेगी, विशेष बात यह है कि इस दिन कामिका एकादशी व्रत का पारण किया जाएगा। शंकर भगवान की विशेष कृपा से श्रावण सोमवार का दिन तीन राशियों के लिए विशेष होने वाला है। बीते 14 जुलाई से शुरू हुआ सावन का महीना 12 अगस्त तक रहेगा। गौरतलब है कि 25 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार काफी खास रहेगा, क्योंकि इस दिन प्रदोष व्रत, सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि और धुव्र योग बन रहा है। ऐसे में कई राशियों पर भगवान शंकर की विशेष कृपा रहेगी- मेष राशि वालों के लिये सावन का दूसरा सोमवार विशेष फलदायी रहेगा। जातक के कार्यों की प्रशंसा होगी। व्यापार अच्छा चलेगा। दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा। विद्यार्थियों के लिये अनुकूल समय रहेगा। मिथुन राशि के जातकों ...