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यंग और नैचरली सुंदर दिखना है तो आज ही शुरू कर दें चुकंदर का सेवन

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जीवनशैली : ब्यूटी सर्वे 2019 के मुताबिक, चुकंदर आपको लंबे समय तक यंग रखता है। यही नहीं, अगर ड्राई स्किन है, तो आप इसके सेवन के कुछ दिनों बाद उसे बाय कर सकती हैं। यही नहीं, चुकंदर का पेस्ट सॉफ्ट और शाइनिंग स्किन देने के साथ ऐंटी एजिंग का भी काम करता है।  जूस देता है बेदाग निखार : आपकी ग्लोइंग स्किन की चाहत को चुकंदर का जूस बहुत ही आसानी से पूरा कर सकता है। इसमें विटमिन ए, सी और के होता है। यह आपके शरीर की आयरन कॉपर और पौटेशियम की जरूरत को पूरी करता है। इससे आपकी स्किन हेल्दी और ग्लोइंग करने लगती है। इस जूस को बनाने के लिए आपको चाहिए 2 चुकंदर, 4 गाजर, 1 नींबू और थोड़ा सा नमक। चुकंदर और गाजर को धोकर-छीलकर छोटे टुकड़ों में काट लें। अब जूसर में डालकर ब्लेंड करें। तैयार जूस में नींबू और नमक मिक्स करें। एक बात हमेशा याद रखें कि चुकंदर का जूस हमेशा किसी अन्य सब्जी या फल जैसे गाजर, सेब, अनार आदि के जूस में मिलाकर ही लें। मास्क : चुकंदर मास्क से आप पा सकती हैं ग्लोइंग स्किन। इसके लिए आप चुकंदर को छील लें। अब इसके छोटे टुकड़े करके ब्लेंडर में बारीक पीस लें। एक चम्मच चुकंदर के पेस्ट में ए...

देखभाल के अभाव में होती है दिल के मरीजों की मौत

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स्वास्थ्य : दिल के मरीजों की बेहतर देखभाल नहीं होने के कारण मौत हो जाने संबंधी हालिया रिपोर्ट चौंकाने वाली है। त्रिवेंद्रम हार्ट फेलियर रजिस्ट्री (टीएचएफआर) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हार्ट फेलियर के 31 फीसदी मरीजों ने अस्पताल से डिस्चार्ज होने के एक साल के भीतर ही दम तोड़ दिया। रिपोर्ट के अनुसार, उचित देखभाल के अभाव में अस्पताल से डिस्चार्ज होने के पहले तीन महीनों के भीतर ही हार्ट फेलियर के 45 फीसदी मरीजों की मौत हो गई। इस रिपोर्ट से जाहिर है कि दिल के मरीजों के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के उनकी बेहतर देखभाल की जरूरत है। भारत में दिल की बीमारी एक महामारी बनकर उभर रही है और देश में करीब 80 लाख से 1 करोड़ लोग दिल की बीमारी से पीडि़त हैं। इंटरनेशनल कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (आईएनटीईआर-सीएचएफ) के अध्ययन के अनुसार, पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में निम्न और मध्यम वर्ग के लोग इस बीमारी के ज्यादा शिकार होते हैं। हार्ट फेलियर के संबंध में जनजागरूकता का अभाव, बीमारी के लक्षणों को पहचनाने में देरी, जल्दी जांच और इलाज की समझ न होना और भारत में हार्ट फेलियर के इलाज के सीमित विकल्प के कारण म...

प्रचार तो भगवद्भक्ति और सद्विचारों का ही होना चाहिए

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बोधकथा : मनीषी संत स्वामी करपात्री जी महाराज ने 'रामायण मीमांसा ग्रंथ की रचना की। ग्रंथ को प्रकाशन के लिए मुद्रणालय में भेज दिया गया। एक दिन वाराणसी में निवास करते समय स्वामीजी ने अपने स्नेही भक्त राधेश्याम खेमका से पूछा​ कि पुस्तक तैयार होने में विलंब क्यों हो रहा है? उन्होंने उत्तर दिया, महाराज, पुस्तक तो छपकर तैयार है। कुछ लोगों की भावना है कि उसमें आपका एक सुंदर चित्र दिया जाए। चित्र के तैयार होने में कुछ विलंब हो जाने के कारण ही पुस्तक अभी तैयार नहीं हो पाई है। स्वामीजी यह सुनकर बोले, 'खबरदार, इस विषय में मैं जैसा कहूं, वैसा करना। दूसरों के कहने पर मत चलना। मेरी पुस्तक भगवान श्रीराम के पावन चरित्र पर लिखी गई है, उसमें मेरा नहीं, भगवान श्रीराम का ही चित्र होना चाहिए। कुछ क्षण मौन रहकर उन्होंने कहा, संन्यासी को अपनी प्रशंसा व प्रचार से बचना चाहिए। प्रचार तो भगवद्भक्ति व सद्विचारों का ही किया जाना चाहिए।

बारिश को धन्यवाद

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बोधकथा : एक धनाड्य अपने संघर्ष के दिनों में शहर से कुछ कमा कर अपने गांव वापस लौट रहे थे। अपना सामान उन्होंने घोड़े पर बांध रखा था और स्वयं पैदल उसकी लगाम थामे चल रहे थे। अभी वह आधे रास्ते में ही थे कि मूसलाधार बरसात शुरू हो गई। वह स्वयं तो भीग ही रहे थे, उनका सारा सामान भी भीग कर गल गया। वह अपना सिर ऊपर कर ईश्वर को कोसते जा रहे थे और मन ही मन अपने नुकसान का आकलन करते जा रहे थे। दुर्भाग्य से तभी झाडिय़ों से निकलकर एक दुर्दांत डाकू उनके सामने आ खड़ा हुआ और अपनी बंदूक धनाड्य पर तान दी। धनाड्य व्यक्ति ने अपने ईश्वर को याद किया और अपना सामान डाकू को सौंपने से इनकार कर दिया। डाकू ने चेतावनी देते हुए उन पर गोली चला दी मगर भारी बरसात के चलते बंदूक के कारतूस भी भीग कर बेकार हो गए थे। धनाड्य भी मौका ताड़कर डाकू से भिड़ गया और थोड़े संघर्ष के पश्चात उसे परास्त कर दिया। उस धनाड्य व्यक्ति ने बरसात के लिए ईश्वर को धन्यवाद दिया और अपने जानमाल के साथ सुरक्षित घर पहुंच गया।

छोड़ना चाह रहे हैं धूम्रपान तो केला खाएं

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जीवनशैली : आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि खाने की जिस चीज का स्वाद अच्छा होता है यानी जो चीज खाने में टेस्टी होती है वह हेल्दी नहीं होती। लेकिन केले के साथ ऐसा नहीं है। केला खाने में भी टेस्टी होता है और सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है। केले के फल के साथ-साथ उसका छिलका भी कई तरह से फायदेमंद है— पेट रहेगा साफ : अगर आपका पेट साफ नहीं हो पाता और लगातार कब्ज की दिक्कत रहती है तो आपको केला खाना चाहिए। केले में रेशा यानी फाइबर की प्रचूर मात्रा पायी जाती है जिस कारण यह पेट की सफाई के लिए मददगार साबित होता है। वजन कम करने में मददगार : अगर आपने एक बार केला खा लिया तो आपको जल्दी भूख नहीं लगेगी। केले में एक खास तरीके का स्टार्च होता है जो आपकी भूख को काबू में रखता है। इसके साथ ही यह आपके शरीर के इंसुलिन लेवल को भी नियंत्रण में रखने में सहायक होता है। धूम्रपान छोडऩे में सहायक : जो लोग धूम्रपान यानी स्मोकिंग की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं उन्हें थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद केले का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर को निकोटिन के प्रभाव से मुक्त करने में मदद मिल सके। अनीमिया की समस्या होगी दूर : केले मे...

गर्मियों में बासी चीजें खाना हो सकता है खतरनाक

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स्वास्थ्य : गर्मियों में खान-पान को लेकर सावधानी बेहद जरूरी होती है। ज्यादा तापमान होने से इस मौसम में खाना जल्दी खराब हो जाता है। अगर आप गर्मी के मौसम में बासी यानी बचा हुआ खाना खाते हैं, तो कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। खाने के दौरान ही काटें सलाद और फल : डॉक्टरों के मुताबिक गर्मियों में आपको 4-5 घंटे से ज्यादा समय का बना हुआ खाना नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा सलाद और फलों को खाने के दौरान ही काटना चाहिए। अगर आप बासी खाना या सलाद खाते हैं, तो आपको स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं। फूड पॉयजनिंग : इस मौसम में फूड पॉयजनिंग के मामले काफी बढ़ जाते हैं। इसका कारण यह है कि तापमान गर्म होने के कारण खाने में बैक्टीरिया जल्दी पनप जाते हैं। ये बैक्टीरिया 5 डिग्री सेल्सियस से 60 डिग्री सेल्सियस के तापमान के बीच तेजी से बढ़ते हैं। एक-दो घंटे में ही ये बैक्टीरिया संख्या में 2-3 गुना तक वृद्धि कर सकते हैं, जिससे खाना जहरीला हो जाता है। ऐसा खाना खाने के बाद पेट में दर्द और उल्टी, फूड पॉयजनिंग के लक्षण हो सकते हैं। डायरिया : डायरिया का शिकार ज्यादातर बच्चे होते हैं। बच्चों का पाचनतंत्र और ...

15 मई से सूर्य मेष से वृषभ राशि में जाएंगे, जानें किन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा

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ज्योतिष : मेष राशि से वृषभ राशि में सूर्य का संक्रमण वृषभ संक्रांति कहलाता है यह संक्रमण 15 मई को हो रहा है। वृषभ राशि में आने पर सूर्य कौन सी राशि को देंगे तरक्की और किसको होगी तकलीफ— मेष : आपके लिये यह समय शुभ रहने के आसार हैं। सूर्य आपके लिए धन प्राप्ति के योग बना रहा है। करियर के मामले में भी आपके लिए कार्योन्नति के योग बन सकते हैं। पर्सनल लाइफ में भी स्नेह कायम रह सकता है। स्वास्थ्य भी सामान्य बने रहने के आसार हैं। वृष : सूर्य आपकी राशि में ही प्रवेश करेंगे जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा हालांकि अपनी सेहत के प्रति आपको सचेत रहने की आवश्यकता है। रोगोत्पत्ति के योग बन सकते हैं। कामकाज के लिए यह समय ठीक-ठाक रहने के आसार हैं। हालांकि जो लोग डेस्क जॉब में हैं उन्हें शानदार परिणाम भी मिल सकते हैं। मिथुन : 12वें भाव में सूर्य आपके लिए धन हानि के संकेत कर रहे हैं। आपकी यात्राएं भी बढ़ सकती हैं। इस समय अपनी सेहत का ध्यान अवश्य रखें विशेषकर स्किन व गले संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। कर्क : आपकी राशि से सूर्य लाभ स्थान में प्रवेश कर रहे हैं। इस समय आप धन लाभ की उम्मीद कर...

अक्षय तृतीया पर मथुरा में एक बार 24 अवतारों के दर्शन

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धर्म : अक्षय तृतीया पर मथुरा में प्राचीन केशवदेव मंदिर मल्लपुरा में ठाकुर के वर्ष में एक बार 24 अवतारों के दर्शन होते हैं। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष सोहनलाल कातिब हैं। अक्षय तृतीया मंगलवार को है और इस दिन ठाकुर को चन्दन स्नान कराया जाता है। सत्तू का भोग लगाया जाता है। इस दिन सुबह साढ़े पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक तथा शाम चार बजे से रात साढ़े नौ बजे तक ठाकुर के सर्वांग दर्शन चंदन लेपन के साथ होते हैं। मथुरा के मशहूर द्वारिकाधीश मंदिर में तो इस दिन से एक प्रकार से ठाकुर की गर्मी की सेवा शुरू हो जाती है। मंदिर के मुखिया सुदेर के अनुसार इस दिन से मंदिर में फुहार, पंखे, यमुना, नौका लीला, कुज्जा यानी ठाकुर को सुराही में पानी देना शुरू हो जाता है। इस दिन ठाकुर के सर्वांग पर चंदन लेप किया जाता है और इसी दिन से रायबेल के फूलबंगला भक्त की श्रद्धा के अनुरूप शुरू होते हैं।

अपाहिज पक्षी का दाना कोई अन्य पक्षी नहीं चुगता

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बोधकथा : एक नगर के समीप होटल था, जिसका मालिक दयालु और सज्जन व्यक्ति था। उस सेठ का जीवन सुखी से चल रहा था। परिवार में उसके कोई नहीं था। लालचंद्र की एक विशेषता थी कि वह अपने होटल में आने वाले प्रत्येक विकलांग को मुफ्त भोजन कराता था। कई वर्षों तक यह कार्य निरंतर चलता रहा। वह रोज सुबह चिडिय़ों को दाना भी दिया करता था। ऐसे करने पर उसे बहुत शांति मिलती थी, यह बात अमूमन अपने दोस्तों से कहा करता था। एक दिन एक सज्जन ने लालचंद्र से पूछा, आप ऐसा करते हैं तो आपको नुकसान नहीं होता। लालचंद्र ने कहा, मैं हर दिन पक्षियों का दाना देता हूं। मैंने गौर किया कि किसी अपाहिज पक्षी का दाना कोई अन्य पक्षी नहीं चुगता है। वे पक्षी हैं उनमें यह भाव है तो मैं तो इंसान हूं। मुझे लगा मुझे भी हर विकलांग व्यक्ति को भोजन करवाना चाहिए। तभी से मैं इस राह पर चल दिया। ऐसा करने पर मुझे आत्मिक सुकून मिलता है।

गर्मियों में भी पहन सकती हैं डेनिम जंपसूट

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मुम्बई : अगर आप सोच रही हैं कि डेनिम सिर्फ सर्दियों के लिए होता है तो आप गलत हैं। आप इसे गर्मियों में भी बड़ी आसानी से कैरी कर सकती हैं। डेनिम जैकेट हो, डेनिम स्कर्ट या फिर डेनिम जंपसूट- आप चाहें तो इनमें से किसी को भी गर्मियों के मौसम में भी बेहतर तरीके से टीमअप कर पहन सकती हैं। अगर आप बॉलिवुड से इन्स्पिरेशन चाहती हैं तो दीपिका पादुकोण या करीना कपूर से फैशन टिप्स ले सकती हैं। इंडस्ट्री की ये दोनों फैशनिस्ताज पिछले दिनों नजर आईं डेनिम जंपसूट में। जंपसूट इन दिनों काफी ट्रेंड में है लेकिन सिर्फ कॉटन या सैटिन जंपसूट ही नहीं बल्कि अब तक डेनिम जंपसूट की मांग भी काफी हो रही है। 2 दिन पहले अपने एयरपोर्ट लुक के लिए बॉलिवुड ऐक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने डेनिम जंपसूट को चुना। दीपिका का यह जंपसूट बेहद क्लासी लग रहा था। इसमें कमर के पास मैचिंग बेल्ट, ब्लू कलर का टिंटेड शेड्स, हेयरस्टाइल में हल्का बंधा हुआ जूड़ा और अपने इस बेसिक आउटफिट में ग्लैमर ऐड करने के लिए हॉट पिंक कलर की स्टेलेटोज। दीपिका से पहले करीना कपूर भी डेनिम जंपसूट में नजर आ चुकीं है। पिछले दिनों अपनी दोस्त अमृता अरोड़ा संग एक पार्टी ...

अक्षय तृतीया पर्व में दान-पुण्य का विशेष महत्व

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ज्योतिष : अक्षय तृतीया के दिन किया गया दान-पुण्य भी अक्षय हो जाता है। विवाह के लिए सबसे उत्तम माने जाने वाले अक्षय तृतीया का सात मई को उत्साह एवं धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस दिन बच्चे जहां गुड्डे और गुडिय़ों का ब्याह रचाते हैं तो वहीं विवाहिता कन्या के यहां पिता पानी से भरा घड़ा, मौसमी फल आदि का दान करते हैं। इस पर्व में भगवान परशुराम का पूजन विशेष रूप से किया जाता है। छत्तीसगढ़ में अक्ती के नाम से इस पर्व का विशेष महत्व है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि ही अक्षय तृतीया के नाम से प्रसिद्ध है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन किए जाने वाले शुभ कार्य, शुभ कर्म, दान-दक्षिणा का अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। यही वजह है कि इस दिन जरूरतमंदों में तथा असहायों को उनकी जरूरत की वस्तुएं दान करने का भी विधान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान विष्णु के अवतार परशुराम जी का जन्म महर्षि जमदग्रि के घर हुआ था। छत्तीसगढ़ में अक्ती पर्व के नाम से प्रसिद्ध अक्षय तृतीया को विवाह के लिए सर्वोत्तम मुर्हूत माना जाता है। छत्तीसगढ़ में अक्ती भांवर (विवाह) का विशेष महत्व है, ...

मेमोरी पावर बढ़ाने के लिए कल्पना शक्ति का उपयोग जरूरी

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स्वास्थ्य : मस्तिष्क सभी के पास लेकिन उसका सही उपयोग बहुत कम लोग कर पाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कई बार ऐसा होता है कि जो हम पढ़ कर जाते हैं वही परीक्षा में आता है किन्तु हम पेपर देखकर पढ़ा हुआ उत्तर भूल जाते हैं। घर में आकर जब पेपर को दोबारा पढ़ते हैं तो लगता है कि यह सब तो हमें मालूम था। काश हम इसका उत्तर लिख पाते। बड़ा अफसोस होता है। इसलिए यदि याद रखने का कोई सहज तरीका पता चल जाए तो मजा आ जाए। उन्होंने कहा कि लोग आपका मजाक उड़ाएंगे। आपको निगेटिव रिमार्क देंगे कि ये तो गधा है आदि। किन्तु आप उसे स्वीकार मत करना नहीं तो कभी आगे नहीं बढ़ पाएंगे। सदैव पाजिटिव सोचना कि मैं बहुत अच्छा हूँ। मेरे जैसा कोई नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि मेमोरी पावर को बढ़ाने के लिए कल्पना शक्ति बहुत सहयोगी सिद्घ हो सकती है। इसके लिए रिकालिंग पावर का उपयोग करें। मेमोरी बढ़ाने के लिए प्रतिदिन ब्रह्माकुमारी संस्थान में सिखलाए जा रहे राजयोग का अभ्यास भी मददगार हो सकता है। मेमोरी पावर को बढ़ाने के लिए रोज सोने से पहले बिस्तर पर बैठकर सारी दिनचर्या को याद करने की कोशिश करें। ऐसा लगातार करने से 15-16 दिनों में ही ...

अनुशासित जीवनशैली अपनायें, जिएंगे 150 साल

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जीवनशैली : यह बात सत्य है कि पृथ्वी से हवा का दबाव कम हो जाये तो जीवन का रहना लगभग नगण्य है। हवा के बगैर आप एक पल भी जिंदा नहीं रह सकते हैं। इस हवा को योग और आयुर्वेद में 'प्राण शक्ति' कहते हैं। आपने सुना भी होगा की प्राण निकल जाने से व्यक्ति मर जाता है। हम बेहतर भोजन खाना चाहते हैं, शुद्ध पानी पीना चाहते हैं लेकिन बहुत कम लोग सोचते हैं कि हमें शुद्ध वायु मिले। यदि शुद्ध वायु नहीं मिल रही है तो शुद्ध भोजन और पानी का कोई खास असर नहीं होगा। बस आप जिंदा रहेंगे। लेकिन सबसे जरूरी शुद्ध वायु को ग्रहण करना। क्योंकि वायु ही हमारे जिंदगी को चलाती है। शरीर के भीतर है 28 प्रकार की वायु हैं। कुल 28 तरह के प्राण होते हैं। कंठ से गुदा तक शरीर के तीन हिस्से हैं। उक्त तीन हिस्सों में निम्नानुसार 7,7 प्राण हैं। ये तीन हिस्से हैं- कंठ से हृदय तक, हृदय से नाभि तक और नाभि से गुदा तक। पृथिवि लोक को बस्ती गुहा, वायुलोक को उदरगुहा व सूर्यलोक को उरोगुहा कहा है। इन तीनों हिस्सों में हुए 21 प्राण है। पांव के पंजे से गुदा तक तथा कंठ तक शरीर प्रज्ञान आत्मा ही है, किंतु इस आत्मा को संचालन करने वाला एक औ...

चुटकियों में गुलाबी बनेंगे होंठ, अपनायें घरेलू नुस्खे

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स्वास्थ्य : इलायची की सुगंध और स्वाद तो लाजवाब होते ही हैं. साथ ही सेहत के लिहाज से भी ये काफी गुणकारी है. खाने का स्वाद दोगुना करना हो तो इलायची से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इलायची केवल खाने को सुगंधित ही नहीं बनाती बकती इसके सेवन से त्वचा काफी चमकदार भी हो जाती है. आइए जानते हैं इलायची के सेवन से किस तरह आप अपनी स्किन को हेल्दी बना सकते हैं. गर्मियों में शुष्क गर्म हवाओं की वजह से होंठ सूखकर फटने लगते हैं जिससे कभी-कभी होठों से खून भी आने लगता है. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप 1 इलायची को अच्छे से पीसकर उसमें मक्खन मिला लें. पूरे दिन में इस मिश्रण को दो बार होठों पर लगाएं. इससे आपके होंठों पर प्राकृतिक रूप से गुलाबीपन आएगा और सूखे और फटे होठों की समस्या भी अपने आप ठीक हो जाएगी. गर्मी के दिनों में अक्सर लोगों के चेहरे पर कील-मुंहासे हो जाते हैं. इससे निजात पाने के लिए प्रतिदिन खाली पेट इलायची का सेवन करें. इलायची के सेवन से शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और त्वचा की काफी कांतिवान हो जाती है. इलायची में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल तत्व ह...

चुटकियों में साफ होगा किचन, बस करें ये काम

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जीवनशैली : साफ सुधरे किचन में घर के सदस्यों की सेहत का राज छिपा रहता है. वैसे तो घर के हर कोने ही सफाई होनी चाहिए लेकिन किचन में खाना बनता है जिससे कि घर के सदस्यों की सेहत अच्छी रहती है. इसलिए किचन की साफ-सफाई बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही आसान टिप्स जिन्हें अपनाकर आप अपने किचन को बेहद आसानी से साफ कर पाएंगे. किचन में बैक्टीरिया ज्यादा तेजी से पनपते हैं इसलिए फ्लोर क्लीनर पानी में मिलाकर पोचा लगाएं. आप चाहें तो किचन जेल का भी प्रयोग कर सकते हैं. किचन में बर्तन धुलने की जगह में भी फिनायल डालना चाहिए. साथ ही रोज करीब एक बार किसी लिक्विड क्लीनर से सिंक की धुलाई करनी चाहिए. आप चाहें तो सिरका और बेकिंग सोडा मिलाकर भी किचन की सफाई कर सकते हैं. किचन में बने सारे कैबिनेट, स्लैब, खिड़की दरवाजों को पानी में सिरका मिलाकर एक कपड़े में डुबोकर साफ करना चाहिए. किचन में बनी नालियों की सफाई के लिए सप्ताह में एक दिन सुनिश्चित करें. इस दिन पानी खौलाकर इसमें 5 ढक्कन फिनायल डालकर नाली की सफाई करनी चाहिए. किसी क्लीनर से या लिक्विड सोप से चूल्हे को रोज दो बार साफ़ करना चाहिए. धुलाई करते समय बर्...

धर्म की तलाश

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बोधकथा : धर्म की तलाश में एक राजा इधर—उधर भटक रहा था। वह ऐसा धर्म अपनाना चाहता था, जो सबसे श्रेष्ठ हो। राजा की खोज बंद नहीं हुई। एक दिन राजा के द्वार पर एक युवा संन्यासी आया। संन्यासी ने दावा किया कि वह राजा को सर्वश्रेष्ठ धर्म से परिचित करा सकता है लेकिन इसके लिए राजा को उसके साथ नदी के तट पर चलना होगा। नदी के तट पर पहुंचकर संन्यासी ने कहा कि नाव मंगवाई जाये। नाव आई लेकिन संन्यासी ने उसमें जाने से इनकार कर दिया। उसका कहना था कि उसे सर्वश्रेष्ठ नाव चाहिए। दूसरी नाव मंगाई गयी। संन्यासी ने उसमें भी कई दोष निकाल दिये। फिर और कई नावें लायी गयीं। संन्यासी ने सब में कोई न कोई कमी निकाली। इस पर राजा ने झल्लाकर कहा, 'अरे नदी पार ही तो जाना है, फिर किसी नाव से चलें, क्या फर्क पड़ता है। संन्यासी ने कहा, नहीं, चूंकि हम सर्वश्रेष्ठ धर्म की तलाश में जा रहे हैं। इसलिए हमें सर्वश्रेष्ठ नाव से ही जाना होगा। राजा ने कहा, 'नाव का चक्कर छोडिय़़े। छोटी-सी नदी पार करनी है। क्यों न तैर कर पार जायें। संन्यासी ने मुस्कुराते हुए कहा, 'यही तो मैं कहना चाहता हूं महाराज। जब परमात्मा से मिलना है तो आ...

रविवार को सूर्य पूजन से सुंदर और पुष्ट बनता है शरीर

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ज्योतिष : भारतीय समाज में स्वास्थ्य पर शुरू से ही ध्यान दिया जाता रहा है। पुराणों में भी वर्णित है कि सूर्य देव की पूजा करने से शारीरिक सुंदरता में निखार आता है। पुराणों के अनुसार रविवार की प्रकृति ध्रुव है। रविवार सूर्य का दिन होता है। यह भगवान विष्णु का दिन भी है। हिन्दू धर्म में इसे सर्वश्रेष्ठ वार माना गया है। अच्छा स्वास्थ्य व तेजस्विता पाने के लिए रविवार के दिन उपवास रखना चाहिए। रविवार के दिन क्या कार्य करना उत्तम रहेगा— —  रविवार को भृकुटी पर लाल चंदन या हरि चंदन लगाएं। —  रविवार अच्छे-अच्छे पकवान खाने के लिए उत्तम दिन है। —  इस दिन पूर्व, उत्तर और अग्निकोण में यात्रा कर सकते हैं। —  यह दिन गृहप्रवेश की दृष्टि से भी उचित है। —  इस दिन सोना, तांबा खरीद सकते हैं या धारण कर सकते हैं। —  इस दिन अग्नि या बिजली के सामान भी खरीद सकते हैं। रविवार को क्या कार्य करना वर्जित है— —  रविवार के दिन पश्चिम और वायव्य दिशा में यात्रा न करें। इस दिन नमक खाने से बचना चाहिए, इससे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और हर कार्य में बाधा आती है।

क्यों ईश्वर दिखाई नहीं देता!

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बोधकथा : स्वामी सदानन्द जी का आश्रम सुमेरु पर्वत पर था। सदानन्द जी के तप और ज्ञान की चर्चा चहुं ओर फैली हुई थी। दूर-दूर से श्रद्धालु उनके दर्शन कर, अपनी समस्याओं का समाधान पाते थे। एक दिन एक स्वर्णकार उनके पास आया और प्रणाम कर ज्ञान चर्चा में लीन हो गया। पहला प्रश्न ईश्वर को लेकर हुआ कि ईश्वर अगर है तो दिखता क्यों नहीं है। स्वामी जी ने उससे सवाल किया-क्या फूलों की सुगंध नजऱ आती है, तिलों में तेल दिखता है या दूध में मक्खन दिखाई देता है। उसी प्रकार ईश्वर भी सर्वव्यापी होते हुए भी दिखता नहीं, अनुभव किया जाता है। श्रद्धालु ने फिर पूछा-स्वामी जी, मनुष्य की परीक्षा कैसे होती है। स्वामी जी समझाते हुए बोले-जिस तरह तुम स्वर्ण के खरेपन को जांचने के लिए उसे कूटते हो, घिसते हो, काटते हो और तपाते हो, उसी प्रकार ईश्वर भी मनुष्य की परीक्षा उसके द्वारा किए गए दान से, व्यवहार में लाए गए शील से, अपनाए गए आचरण से और निभाए गए धर्म से लेता है।

राजनीति, न्यायालय और समाज में सक्रिय हैं देशविरोधी सोच रखने वाले लोग

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विचार : मसूद अजहर के वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद भारत में आतंकीपरस्त नेताओं और लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है। आतंकवाद का साथ देने वाले नेताओं को खाद, पानी देने का काम आखिर कौन कर रहा है तो यह कहा जा सकता है कि भारत की कुछ ऐसी जनता है जो भारत को खंड—खंड और टुकड़ों में देखना चाह रही है, वही लोग ऐसे नेताओं को आगे बढ़ाते हैं, संसद में भेजते हैं कि वहां जाकर हमारी बात रखी जाये, और ऐसे नेता संसद पटल पर ऐसे विभाजनकारी और विघटनकारी बातें रखते हैं और वाहवाही भी लूटते हैं। दूसरी ओर देशभक्त, राष्ट्रवादी विचारधारा के लोग अथक प्रयास और संघर्ष से भारत का वैभव बनाने में कोई कोर, कसर नहीं छोड़ना चाहते। यही कारण है कि आज भले ही देश में ऐसे देशभक्त नेताओं को तवज्जो न मिले, लेकिन विदेशों में ऐसे नेताओं को पलकों पर ​बैठाया जाता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है आतंकवादी मसूद अजहर को वै​श्विक आतंकवादी घोषित करवाना। आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ग्लोबल टेररिस्ट्स की अपनी सूची में भारत के अथक प्रयासों के बाद शामिल कर लिया।...

सच्चाई और ईमानदारी ही असली दौलत

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बोधकथा : अपनी ईमानदारी के लिए सऊदी अरब के बुखारी काफी मशहूर थे। वह एक बार समुद्री जहाज से लंबी यात्रा पर निकले। उन्होंने सफर के खर्च के लिए एक हजार दीनार अपनी पोटली में रख लिए। यात्रा के दौरान एक यात्री से उनकी नजदीकियां कुछ ज्यादा बढ़ गईं। एक दिन बातों-बातों में बुखारी ने उसे दीनार की पोटली दिखा दी। उस यात्री को लालच आ गया। उसने उनकी पोटली हथियाने की योजना बनाई। एक सुबह उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया-हाय, मेरे एक हजार दीनार चोरी हो गये। यात्रियों की तलाशी शुरू हुई। जब बुखारी की बारी आई तो जहाज के कर्मचारियों और यात्रियों ने उनसे कहा-आपकी क्या तलाशी ली जाए। आप पर तो शक करना ही गुनाह है। यह सुनकर बुखारी बोले-नहीं, जिसके दीनार चोरी हुए हैं, उसके दिल में हमेशा शक बना रहेगा। बुखारी की तलाशी ली गई। उनके पास से कुछ नहीं मिला। दो दिनों के बाद उसी यात्री ने उदास मन से बुखारी से पूछा-आपके पास जो दीनार थे, वे कहां गए? बुखारी ने मुस्कुराकर कहा-उन्हें मैंने समुद्र में फेंक दिया। मैंने जीवन में दो ही दौलत कमाई थीं। एक ईमानदारी और दूसरा विश्वास। अगर मेरे पास से दीनार बरामद हो भी जाते तो शा...

पाकिस्तान को मानना ही पड़ा कि उसके यहां आतंकी पलते हैं, लेकिन भाजपा विरोधी खड़े कर रहे सवाल

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विचार : आतंकवादी मसूद अजहर पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध भाजपा की मोदी सरकार की सफलताओं में एक है। लेकिन विरोधी सिर्फ और सिर्फ आलोचना और सवाल खड़े करते रहे हैं। कोई भी सरकार हो जाने—अंजाने में एकाध सही फैसले हो जाते हैं, जिसकी तारीफ होनी चाहिए, लेकिन विपक्ष की नजर में भाजपा की मोदी सरकार ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया, जिसकी प्रशंसा की जाये। मोदी सरकार ने कोई अच्छा कार्य नहीं किया, तो भाई तुम्हीं बता दो कि आपने कौन—कौन से कार्य किये, जो समाज के लिए हितकारी रहा हो। आलोचना और झूठ से सत्ता हासिल करने वाले कांगे्रस, सपा, बसपा जैसे तमाम छुटभइये नेता थोड़े से नकली मुसलमानों के लिए अपने हिंदू भाइयों की आलोचना करते हैं, हिंदू भाइयों की आलोचना तो ठीक है कांगे्सियों ने तो भारत का नाम ही मिटाना चाहा और देश का नया नाम इंडिया। पुरातन परम्परा से भगवा या धर्म ध्वज या पताका हमारे समाज में धर्म के संकेत के रूप में करते थे कि कांग्रेसी नया ध्वज ले आये, तिरंगा। कांग्रेसियों ने ही देश को खंड—खंड करने में अपनी अहम भूमिका निभाई, चाहे वह क्यों न महात्मा गांधी ही हों, महात्मा गांधी को भारत बंटवारे की जिम्मेदारी ले...

सनस्क्रीन लगाने के बाद भी लाल हो जाए स्किन तो अपनायें ये उपाय

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स्वास्थ्य : भीषण गर्मी में तपते सूरज की रोशनी में बिना सनस्क्रीन लगाए निकलना मतलब टैनिंग को दावत देना है। वैसे ज्यादातर लोगों के लिए सनस्क्रीन सेफ होती है लेकिन कभी-कभी इसमें मौजूद केमिकल्स से कुछ लोगों को ऐलर्जी हो सकती है। ऐसे में सनस्क्रीन लगाने के बाद स्किन का लाल हो जाना, जलन होना या रैश होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ लोगों में सनस्क्रीन से ऐलर्जिक डर्मेटाइटिस के भी लक्षण दिखाई देते हैं हालांकि यह बहुत रेयर है। अगर सनस्क्रीन लगाने के बाद आपकी स्किन भी लाल हो जाती है तो सबसे पहले उसका इस्तेमाल बंद कर दें। मार्केट में ऐसा सनस्क्रीन या सनब्लॉक ढूंढ़ें जिसमें केमिकल्स न हों। बेहतर होगा किसी डर्मेटॉलजिस्ट से मिलकर अपनी समस्या बताएं और उससे पूछकर सनस्क्रीन इस्तेमाल करें। कोई भी नया सनब्लॉक या सनस्क्रीन इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट कर लें। और धूप से बचाव करने के लिए चेहरे पर स्टोल, फुल स्लीव्स के कपड़े और हैट वगैरह का इस्तेमाल करें। अगर एलर्जी हो जाये तो अधिकतर केसेज में माइल्ड ऐलर्जी अपने आप ही ठीक हो जाती है। अगर ज्यादा दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से मिल लें। जब तक ऐलर्जी है त...

बच्चों के दूध की बोतल और सिपर में जानलेवा केमिकल

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स्वास्थ्य : अपने छोटे बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए पैरंट्स क्या-क्या नहीं करते हैं। उनकी सेहत के लिए मां-बाप हर छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखते हैं। उन्हें समय पर नहलाना, सुलाना या दूध पिलाना, बच्चों की हर जरूरत के लिए पैरंट्स हमेशा सतर्क रहते हैं। लेकिन अब एक रिसर्च में एक हैरानी वाली बात सामने आई है। जिस बोतल में आप बच्चे को दूध पिलाते हैं, उसमें खतरनाक केमिकल्स पाए गए हैं। बच्चों की दूध की बोतल और सिपर में जहरीला केमिकल बिसफेनाल-ए पाया गया है। टॉक्सिक लिंक ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि दिल्ली समेत देश के अलग-अलग राज्यों में बिक रही दूध की बोतल और सिपर बच्चों के लिए सेफ नहीं है। टॉक्सिक लिंक ने दूसरी बार यह स्टडी जारी की है। इससे पहले 2014 में भी इसी तरह की स्टडी की गई थी। इस स्टडी में साफ किया गया है कि बीआईएस (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। ताजा रिसर्च में अलग-अलग राज्यों से दूध बोतल और सिपर के 20 सैंपल लिए गए। इनमें 14 बोतल और 6 सिपर शामिल थे। यह सैंपल दिल्ली के अलावा गुजरात, राजस्थान, केरल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, मणिपुर से लिए गए। इन...

यदि मोटापा कर रहा है परेशान, इन उपायों से होगा निदान

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स्वास्थ्य : आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली के चलते हम अपने खानपान का ध्यान नहीं रख पाते हैं। जिसके चलते हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं। इनमें से मोटापा एक बड़ी समस्या है। बढ़ता हुआ मोटापा हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियों को जन्म देता है। इसलिए जरूरी हो जाता है कि अपने खानपान और जीवनशैली को सही करके मोटापे को कम किया जा सकता है। आइए हम आपको बताते कि किन उपायों से बढ़ते हुए मोटापे को कम को किया जा सकता है— व्यायाम करें- अपनी दिनचर्या में व्यायाम को आवश्यक तौर पर शामिल करें। मोटापा कम करने में व्यायाम करना बहुत असरकारक होता है। पानी में शहद मिलाकर पिएं- रोज सुबह एक गिलास पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर पीना चाहिए। इससे शरीर में फैट की मात्रा कम होती है।  नींबू पानी पिएं- नींबू के रस को पानी में निचोड़कर पीएं। नींबू पानी पीने से भोजन अच्छे से पच जाता है। जिससे शरीर हल्का लगता है। वहीं, नींबू की चाय पीने से गैस की समस्या नहीं होती है।  अंकुरित अनाज लें- सुबह के नाश्ते में मूंग, चना और सोयाबीन को अंकुरित करके खाने चाहिए। इससे उनमें मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर को मिल...

घर पर बने ब्लीच के उपयोग से निखर जाएगी त्वचा

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जीवनशैली : हर किसी की इच्छा होता है कि उनका चेहरा खूबसूरत दिखे। इसके लिए तमाम प्रयास करते हैं। लोग बाजार में उपलब्ध क्रीम आदि का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इससे साइड इफेक्ट के खतरे की आशंका बनी रहती है। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि घर पर बने उत्पादों का इस्तेमाल अधिक करना चाहिए। चेहरे की खूबसूरती के लिए ब्लीच एक बेस्ट ऑप्शन है। घर पर बने ब्लीच आपके चेहरे कि लिए अधिक फायदेमंद हैं। सबसे बड़ा फायदा यह है कि घर पर बने ब्लीच में केमिकल न होने से आपके चेहरे को कोई नुकसान नहीं होता है। घर पर इन नेचुरल चीजों से ब्लीच को बना सकते हैं। दही : दही आपकी स्किन के लिए नेचुरल ब्लीच का काम करता है। दही के ब्लीच के लिए कुछ करना नहीं पड़ता है। इसके लिए आप चेहरे पर दही लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दे और इसके बाद पानी से धो लें। संतरे के छिलके : संतरे के छिलकों में पाए जाने वाले साइट्रिक एसिड के कारण इसमें नेचुरल ब्लीच के गुण होते हैं। संतरों के छिलकों को धूप सुखाकर पाउडर बनाएं। इसके बाद पाउडर में एक चम्मच दुध, शहद, संतरे का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं।  टमाटर के गूदा : टमाटर का गूदा निकालें और एक चम्मच नींब...

समाज में बढ़ रहा महिलाओं का सम्मान

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विचार: वैदिक काल में जो सम्मान महिलाओं को मिलता था, वही सम्मान आज स्त्तारूढ़ सरकार दिलाना चाह रही है। इसका सबसे अच्छा और सटीक उदाहरण है मोदी सरकार का इज्जत घर बनवाने और स्वच्छता पर जोर देना, उज्जवला गैस वितरित करने की योजना, बेटी पढ़ाओ आदि कई योजनाएं है जो सबसे प्रभावी कदम महिला सशक्तीकरण के रूप में माना जा सकता है। वहीं दूसरे राजनीतिक दलों की बात की जाये तो वह नहीं चाहते समाज में महिलाओं की बराबर की भागीदारी। भाजपा जहां नारी शक्ति पूज्यते वाले मर्यादाओं का पालन कर रही है तो वहीं अन्य राजनीतिक दल व्यभिचार आदि जैसे मसलों का समर्थन करते हैं। और यही कारण है कि भाजपा सरकार के अथक प्रयासों के बावजूद विपक्षियों ने तीन तलाक पर कानून नहीं बनने दिया। अगर भाजपा की मोदी सरकार पर नजर दौड़ाई जाए तो यह प्रतीत होता है कि समाज में महिलाओं का सम्मान बढ़ा है। महिलाओं की भूमिकाओं के विस्तार के क्रम में केंद्र सरकार ने अब महिला जवान के रूप में उनके लिये द्वार खोल दिये हैं। अब तक वे थलसेना, वायुसेना  और नौसेना में अधिकारियों के रूप में विभिन्न भूमिकाओं में नजर आती रही थीं। अब सेना में मिलिट्री पुलिस...

वीरों के वीर : बैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया को है परशुराम का जन्मदिवस

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धर्म : वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र में रात्रि के प्रथम प्रहर में उच्च के ग्रहों से युक्त मिथुन राशि पर राहु के स्थित रहते माता रेणुका के गर्भ से भगवान परशुराम का प्रादुर्भाव हुआ था। ब्रम्हाजी के सात मानस पुत्रों में प्रमुख महर्षि भृगु के चार पुत्र धाता, विधाता, च्यवन और शुक्राचार्य तथा एक पुत्री लक्ष्मी हुईं। च्यवन के पुत्र मौर्य तथा मौर्य के पुत्र ऋचीक हुए। महर्षि जमदग्नि इन्हीं ऋचीक के पुत्र थे। वे अत्यंत तेजस्वी एवं धर्मपरायण ऋषि थे। इनका विवाह महाराजा प्रसेन्नजित (जिन्हें महाराज रेणु भी कहा जाता था) की पुत्री रेणुका से हुआ। पति परायणा माता रेणुका ने पाँच पुत्रों को जन्म दिया, जिनके नाम क्रमशः वसुमान, वसुषेण, वसु, विश्वावसु तथा राम रखे गए। राम सबसे छोटे होने पर भी बाल्यकाल में ही अत्यंत तेजस्वी प्रतीत होते थे। पुराणों में उल्लेख मिलता है कि पुत्रोत्पत्ति के निमित्त इनकी माता और विश्वामित्र जी की माता को प्रसाद मिला था, जो दैववशात्‌ आपस में बदल गया था। इस कारण रेणुका सुत परशुराम ब्राह्मण होते हुए भी क्षत्रिय स्वभाव के थे, जबकि विश्वामित्र जी क्षत्रिय...

सबसे बड़ा वैराग्य तो गृहस्थ धर्म है

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बोधकथा : अयोध्या के एक आश्रम में एक किसान अपने परिवार से नाराज होकर गया। उसने महंत से कहा कि मैं वैराग्य लेना चाहता हूं। आप मुझे दीक्षा दें। महंत ने कहा, दीक्षा तो मैं दे दूंगा लेकिन तुम उसे निभा नहीं पाओगे। किसान ने कहा, आप मेरी परीक्षा ले लें गुरुदेव। महंत ने कहा कि ठीक है, कुछ दिन तुम इस आश्रम में रहो। आश्रम में स्वादिष्ट पकवान बनते थे। किसान अच्छे-अच्छे पकवान खाकर खुश हो गया। एक दिन संत ने कहा, वत्स आज से तुम बगल की झोपड़ी में रहोगे। किसान झोपड़ी में रहने लगा। खाने के लिए उसे रोटी-दाल दी जाती थी। किसान को यह अच्छा नहीं लगा। वह महंत से बोला, 'गुरुदेव झोपड़ी में बहुत कष्ट है। महंत ने कहा, वत्स, वैरागी बनने की यह पहली सीढ़ी है। तुम अभी से परेशान होने लगे। किसान ने सोचा कि इतना कष्ट तो उसे गांव में भी नहीं उठाना पड़ा था। महंत उसका द्वंद्व समझ गये। बोले, 'वत्स, तुम जिसे वैराग्य समझते हो, वह वैराग्य नहीं है और जो वैराग्य है, उसे तुम कर नहीं सकते। वैरागी को अपने खाने-पीने, रहने-सोने की चिंता नहीं होती। उसे तो दूसरों के दुखों की चिंता होती है। सबसे बड़ा वैराग्य तो गृहस्थ धर्म है...

लोकसभा चुनाव पर विश्व समुदाय की भी नजर

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विचार : इस बार का लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प है। राष्ट्रीय राजनीतिक मंच पर दो ही राजनीतिक दल आमने—सामने है। भारतीय जनता पार्टी और कांगे्रस हालांकि दोनों दलों की कोई तुलना नहीं, लेकिन यह कहा जा सकता है कि भाजपा चाहती है कि कांग्रेस मुक्त हो भारत, जबकि कांगे्रस चाहती है कि मोदी हटाओ। देश में क्षेत्रीय राजनीतिक दल भी चुनावी दंगल में बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। और सभी का एक ही लक्ष्य है मोदी को हटाओ, जबकि मोदी चाहते हैं कि राष्ट्रहित में कार्य हो। और भारत में किसकी सरकार बनेगी इसको लेकर विश्व समुदाय में भी इस बार काफी दिलचस्पी देखी जा रही है। इस बार के लोकसभा चुनाव में अमेरिका, इंग्लैंड और विभिन्न यूरोपीय देशों की ज्यादा दिलचस्पी देखी गई है। लेकिन इस बार दक्षिण-पूर्वी एशिया और खाड़ी इलाके के कई देश इसमें काफी रुचि ले रहे हैं। उन्होंने भारत में नियुक्त अपने राजनयिकों को इस काम में लगाया है, जो अपनी कूटनीतिक सीमाओं में रहते हुए चुनावों के विभिन्न कारकों को समझने का प्रयास कर रहे हैं। जैसे, एक युवा राजनयिक को यह जिम्मेदारी दी गई कि वह यूपी के वोटिंग पैटर्न को समझे। सबकी बड़ी जिज्ञासा चुनावो...

रूप और सुंदरता

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बोधकथा : राजा विक्रमादित्य की राजसभा में कालिदास नवरत्नों में से एक थे। कालिदास कुरूप थे। एक दिन राजसभा में राजा ने देखा कि कालिदास के मुखमंडल पर पसीने की बूंदें झिलमिला रही थीं। विक्रमादित्य बहुत सुंदर थे। राजा ने कहा-कालिदास तुम वैसे ही कितने कुरूप हो, परन्तु पसीने से लथपथ होने से और भी कुरूप लग रहे हो। कालिदास को यह बात बहुत बुरी लगी। अगले दिन राजसभा लगने से पहले कालिदास ने दो घड़े एक स्वर्ण का और दूसरा मिट्टी का रखवा उनमें जल भरवा दिया। विक्रमादित्य को जब प्यास लगी तो कालिदास ने स्वर्ण पात्र से जल लेकर राजा को पिलाने का आदेश दिया। सोने के घड़े में रखा जल कुछ उष्ण हो गया था, जिसे विक्रमादित्य ने पीया तो उन्हें यह अरुचिकर लगा। राजा की भावभंगिमा देखकर कालिदास ने अब मिट्टी के घड़े से जल लेकर उन्हें पीने को दिया। उनकी मुखाकृति पर तृप्ति का भाव उभर आया। कालिदास ने धीरे से मुस्कुराते हुए कहा-देखा महाराज! रूप और सुंदरता किसी काम की नहीं है। सोने का घड़ा दिखने में चाहे जितना सुन्दर हो परन्तु शीतल जल केवल मिट्टी का घड़ा ही दे सकता है। कालिदास का मंतव्य राजा विक्रमादित्य समझ चुके थे।  ...

सुबह-सुबह खाली पेट चाय पीने से कई बीमारियों का खतरा

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स्वास्थ्य : नए दिन का स्वागत हो या नए रिश्तों की शुरुआत या फिर आलस दूर भगाना हो या गपशप का बहाना हर किसी को चाहिए होती है बस एक कप चाय। लेकिन अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिनकी चाय पीए बिना आंख ही नहीं खुलती और आप बेड टी पीने के आदी हैं तो सावधान हो जाइए। चाय में कैफीन के अलावा एल-थायनिन और थियोफाइलिन होता है जो आपको सक्रिय तो बनाता है लेकिन कुछ गंभीर परिणामों भी हो सकते हैं— मिचली और घबराहट : खाली पेट चाय पीने से पित्त रस के बनने और काम की प्रक्रिया पर असर पड़ता है। इसकी वजह से मिचली आ सकती है और घबराहट महसूस हो सकती है। अल्सर होने का खतरा : खाली पेट चाय पीने वालों को अल्सर और हाइपर ऐसिडिटी होने का खतरा रहता है क्योंकि खाली पेट गर्म चाय पीने से पेट की अंदरुनी सतह में जख्म होने की आशंका बढ़ जाती है। पेट फूलने की समस्या : माना जाता है कि ब्लैक टी सेहत के लिए अच्छी होती है और इससे वजन भी कम होता है लेकिन खाली पेट ब्लैक टी पीने से पेट फूल जाता है और भूख नहीं लगती। मूड-स्विंग की प्रॉब्लम : खाली पेट दूध वाली चाय पीने से जल्दी थकान महसूस होती है। साथ ही मूड-स्विंग की प्रॉब्लम भी ...

तेज धूप से बचाएंगे वाइन बॉटल वाले छाते

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जीवनशैली : गर्मियों में सनस्क्रीन क्रीम के बाद जिस चीज की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है, वो है अंब्रेला। इस समय मार्केट में कई डिजाइन में ये आए हुए हैं। वाइन बॉटल शेप में, एम्ब्रॉयडरी वाले, ग्राफिक्स, यूवी प्रोटेक्शन, वेनिस और पेरिस की सैर कराते कई डिजाइन में ये आपको मिल जाएंगे। स्टाइल को नया अंदाज देने में जो आएंगे आपके खूब काम : बॉटल अंब्रेला : बॉटल अंब्रेला आपको स्टाइल भी देगा और धूप से तो बचाएगा ही। यह वाइन की बोतल की तरह दिखाई देता है। जब आप इसे कैरी करेंगी, तो ऐसा लगेगा मानो आपने वाइन की बॉटल पकड़ी हो।  वेनिस और पैरिस की सैर : पॉप्युलर वर्ल्ड डेस्टिनेशन और वर्ल्ड वंडर्स की पिक्चर्स वाले अंब्रेला भी आपको मिलेंगे। ये छाते आपको वेनिस, पैरिस जैसे शहरों की सैर तो कराएंगे ही और स्टाइल में लगाएंगे चार-चांद। एंब्रॉयडरी वाले छाते : एंब्रॉयडरी वाले छाते भी इस साल खासे डिमांड में हैं। किसी भी ड्रेस के साथ ये मैच हो जाते हैं। फॉर्मल लुक में आप इसके ऑप्शन पर जा सकती हैं।  फूलों की बहार : स्टाइलिश और ब्राइट दिखना है तो डेजी, रोज, पाम ट्री के शेप में ब्राइट कलर्स वाले छाते के ऑप्शन...