27 फरवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे शुक्र, चार राशि वालों की मनोकामनाएं होंगी पूरी
ज्योतिष। शास्त्र के अनुसार 27 फरवरी 2022 को शनि की राशि मकर में गोचर करेंगे शुक्र। 27 फरवरी 2022 दिन रविवार की सुबह 7:10 बजे से 1 अप्रैल 2022 दिन शुक्रवार की सुबह 9:50 बजे तक शुक्र मकर राशि मे रहेंगे। शुक्र को धन, वैभव व सुख प्रदान करने वाला माना जाता है। शुक्र राशि परिवर्तन से चार राशि वालों के लिये उत्तम समय रहेगा।
मेष : इस राशि के जातकों के लिए करियर में अनुकूल परिस्थितियां रहेंगी। इस दौरान नई नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है। व्यापार में अचानक धन लाभ हो सकता है। इस राशि के दूसरे व 7वें भाव के स्वामी शुक्र देव हैं।
वृष : इस राशि के पहले व छठवें भाव के स्वामी हैं शुक्र। इस दौरान वह नवम भाव में गोचर करेंगे, जिससे भाग्योदय होगा। जातक को मेहनत के दम पर सफलता मिलेगी। इस अवधि में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। पदोन्नति के योग हैं। इस अवधि में अटके काम पूरे हो सकते हैं।
धनु : शुक्र जातक के दूसरे यानि धन संचय, परिवार और वाणी भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान जातक का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। परिवार में कोई धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम हो सकता है। लम्बे समय से अटका धन वापस मिल सकता है। इस दौरान शुक्र जातक की राशि के छठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं।
मीन : इस राशि के तीसरे व आठवें भाव के स्वामी शुक्र हैं। इस दौरान शुक्र जातक के 11 वें भाव में गोचर करेंगे, जिससे जातक को पेशेवर जीवन में सफलता हासिल होगी। मानसिक दवाब कम होगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है।
बता दें कि शनि व शुक्र के बीच मित्रता का भाव है। ज्योतिष में शुक्र को शुभ ग्रह माना गया है। शुक्र को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, रोमांस, कला और धन, सम्पदा आदि का कारक माना जाता है। वहीं दूसरी ओर शनि देव का कुम्भ राशि में 28 अप्रैल 2022 को गोचर होगा। शनिदेव 76 दिनों तक कुम्भ राशि में गोचर करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन से मेष, वृष, मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुम्भ राशि वालों की प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होगी और यह परिवर्तन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय दृष्टिकोण से देखा जाएगा। देश का वर्चस्व विश्व स्तर पर बढ़ेगा व अन्य देशों से व्यापारिक सम्बन्ध मजबूत होंगे। वहीं कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक, और मीन राशि के जातकों को सतर्क रहना होगा। शनि देव की दृष्टि चतुर्थ भाव सिंह राशि और सप्तम भाव वृश्चिक राशि पर होने से राष्ट्र के आंतरिक मामलों में विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है। समाज से मध्यम वर्ग के लिए काफी प्रगति का वातावरण रहेगा। शनिदेव फिर 4 जून से 12 जुलाई 2022 तक वक्री गति से गोचर करेंगे, फिर 13 जुलाई से मकर राशि में वक्री होंगे।
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