प्रदूषण के प्रमुख घटकों में से एक है प्लास्टिक

पर्यावरण : प्रदूषण से बचने के लिए विश्व में 'एंटी-प्लास्टिक गो' ग्रीन का नारा लगाया जा रहा है जबकि दूसरी तरफ लोग बिना रुके प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। छोटी दुकान हो या फिर कोई मेगा स्टोर हर जगह प्लास्टिक की थैली का ही इस्तेमाल हो रहा है, यह प्लास्टिक बैग्स आपके जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं, ऐसे में जरूरत है ये समझने की कि कैसै प्लास्टिक का इस्तेमाल आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। जब कभी आप सब्जी या फल बाजार से प्लास्टिक के बैग में घर लेकर आते हैं तो आप कई बार उसे प्लास्टिक से तुरंत बाहर निकालकर रखना भूल जाते हैं और यही एक भूल आपके हेल्थ के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है। बंद प्लास्टिक में रखी हुई चीजों में हवा नहीं लगती। इस वजह से इसके अंदर रखा सामान जल्दी खराब हो जाता है। प्लास्टिक में रखे फल और सब्जी पर बैक्टीरिया अटैक करके उसे जल्दी खराब कर देते हैं। इसके अलावा अगर आप प्लास्टिक में लिपटे जंग फूड का सेवन ज्यादा करते हैं तो जितनी जल्दी हो सके अपनी इस आदत को बदल दीजिए। प्लास्टिक का इस्तेमाल करने की जगह ब्राउन पेपर का ही यूज करें। प्लास्टिक के बैग्स में कई तरह के केमिकल  होते हैं जो शरीर के अंदर जाकर आपको बुरी तरह से बीमार कर सकते हैं, जिस तरह से प्लास्टिक का बैग नष्ट नहीं होता ठीक उसी तरह से इस से हुई बीमारियों पर भी काबू पाना बहुत मुश्किल होता है।

प्लास्टिक से दूर रहने के लिए ऐसा सामान खरीदने का प्रयास करें, जो कि बल्क में आए जैसे दालें, चावल और आटा आदि। ज्यादा मात्रा में आने पर इन्हें आप अपने स्टील या अन्य धातु के डिब्बों आदि में स्टोर करके रखेंगे और बार-बार मार्केट से लाने पर आपको प्लास्टिक की पॉलिथिन का प्रयोग भी नहीं करना होगा। ऐसा साबुन खरीदकर लाएं जो कि प्लास्टिक की पैकिंग में न होकर रिसाइकेबल पैकिंग में आता हो। रियूजेबल थैले का प्रयोग करें, जिससे एक से अधिक बार प्रयोग किया जा सके और घर में बार-बार प्लास्टिक को आने से रोका जा सके। कहीं घूमने के लिए जाएं तो घर से ही स्टील या कांच की बोतल लेकर जाएं, ताकि आपको प्लास्टिक की बोतल में बंद पानी न पीना पड़े। बच्चों के खिलौनों को फेंकने की बजाय रिसाइकिल करने पर विचार करें। शहर में ऐसी टॉय लाइब्रेरी तलाशें, जहां पर इन खिलौनों को दिया जा सकता है। अगर ऐसा कर पाना संभव नहीं है तो जरूरतमंद बच्चों को ही इन्हें दान कर दें। बच्चों को कम से कम प्लास्टिक के बरतनों में खाना सर्व करें। इससे उन्हें शुरू से ही अन्य मैटीरियल के बरतनों में खाने की आदत पड़ जाएगी। कई बार माता-पिता कार्टून कैरेक्टर को देखते हुए बच्चे के लिए प्लास्टिक के बरतन ले आते हैं जैसे डोरेमन बना कप आदि। लेकिन इन बरतनों में जब गर्म खाना सर्व होता है तो प्लास्टिक के हानिकारक रसायन बच्चों के पेट में जाते हैं और यह रसायन इतने हानिकारक होते हैं कि जीवन मुश्किल में पड़ जाता है, इसलिए प्लास्टिक से दूरी जरूरी है।

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