खरमास समाप्त, शुभ कार्य शुरू

ज्योतिष : सनातन धर्म में मकर संक्रांति का पर्व विशेष माना जाता है। इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं और इसके साथ ही खरमास समाप्त हो जाते हैं और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। सूर्य के उत्तरायण होने और मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त होते ही अब तमाम शुभ कार्य शुरू हो गए हैं। इस वर्ष यानि 2022 में पंचांग के अनुसार विवाह के 57 दिन शुभ मुहूर्त हैं। 15 जनवरी तक खरमास और पंचश्लाका वेध के कारण विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं था। शादी व विवाह सिर्फ तिथि ही नहीं, नक्षत्र, माह, तिथि, पंचश्लाका वेध, लग्न तथा शुभ ग्रह के हिसाब से तय होता है। मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त हो चुका है, लेकिन तिथि, नक्षत्र और ग्रहों का योग सही नहीं रहने के कारण शहनाई अगले सप्ताह से बजेगी। उसके बाद शादी शुरू होगी तथा जनवरी में 23, 24, 27 एवं फरवरी में दो, छह, सात, दस एवं 11 को विवाह की शुभ तिथि है। 11 फरवरी के बाद गुरु अस्त दोष रहने के कारण विवाह का मुहूर्त नहीं है। मार्च में गुरु अस्त और खरमास दोष के कारण विवाह का कोई मूहूर्त नहीं है। अप्रैल महीने में 17, 20, 21, 22, 24, 25, 27 व 28 को, मई में 2, 9, 11, 12, 13, 18, 20, 22, 25, 26, 27 व 30 को, जून में 1, 5, 6, 9, 10, 13, 19, 22, 24 व 26 को तथा जुलाई में 3, 4, 6 व 8 को शादी का शुभ मुहूर्त है। वहीं 10 जुलाई 2022 को हरिशयनी (देवशयनी) एकादशी के बाद चतुर्मास दोष रहने से विवाह सहित तमाम शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। 4 नवम्बर को हरिप्रबोधिनी या देवउठनी एकादशी और 5 नवम्बर को तुलसी विवाह होने के साथ चतुर्मास समाप्त हो जाएगा। इसके बाद नवम्बर में 24, 25, 26, 27 व 28 एवं दिसम्बर में 2, 3, 4, 7, 8, 9, 13, 14, 15 और 16 तारीख को विवाह के लिये शुभ मुहूर्त है।

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