आजादी के बाद से हम कर्तव्यविमुख हो गये, सिर्फ अधिकारों के लिये लड़े : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
विचार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर' का शुभारम्भ किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मन को छू लेने वाला उद्बोधन दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भाषा में कहें तो श्रीमान नरेंद्र मोदी का बौद्धिक उत्तम रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक-एक बात गौर करने लायक है। उन्होंने कहा कि आज करोड़ों भारतवासी स्वर्णिम भारत की आधारशिला रख रहे हैं। हमारी प्रगति राष्ट्र की प्रगति में निहित है। राष्ट्र का अस्तित्व हम से है और राष्ट्र से ही हमारा अस्तित्व है। यह अहसास नए भारत के निर्माण में भारतीयों की सबसे बड़ी ताकत बन रहा है। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने ब्रह्म कुमारियों की सात पहलों को बटन दबाकर हरी झंडी दिखाई। इनमें मेरा भारत स्वस्थ भारत, आत्मानिर्भर भारत : आत्मनिर्भर किसान, 'महिलाएं : भारत की ध्वजवाहक', अनदेखा भारत साइकिल रैली, एकजुट भारत मोटर बाइक अभियान और स्वच्छ भारत अभियान के तहत हरित पहलें शामिल हैं। बता दें कि ब्रह्म कुमारी विश्वव्यापी आध्यात्मिक आंदोलन है। यह आंदोलन व्यक्तिगत परिवर्तन और विश्व नवीनीकरण को समर्पित है। भारत मे...