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नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी का विरोधी नहीं तो विरोध क्यों : विहिप

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राहुल गांधी द्वारा पाक-बांग्लादेशी क्रूर समाज के प्रति हमदर्दी व असहाय हिन्दू शरणार्थियों के विरोध में सावरकर जी का अपमान सर्वथा निंदनीय  नई दिल्ली : विश्व हिन्दू परिषद ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के विरुद्ध भड़के हिंसक प्रदर्शनों को छद्म-धर्म निरपेक्षतावादियों द्वारा निहित स्वार्थों से प्रेरित एक देश-विरोधी निंदनीय कृत्य बताया है. विहिप के अंतर्राष्ट्रीय महा-मंत्री श्री मिलिंद परांडे ने आज कहा कि विदेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने तथा पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा अफ़गानिस्तान के धार्मिक उत्पीडन के शिकार शरणार्थियों को भारत में शरण देने से किसी भी भारतीय को कोई हानि नहीं है. इसके बावजूद कुछ छद्म-धर्म निरपेक्षतावादियों तथा निहित स्वार्थी राजनैतिक दलों द्वारा अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की नीति के अंतर्गत जनता को भड़का कर जो हिंसक प्रदर्शन कराए जा रहे हैं तथा राहुल गांधी जी द्वारा पाक-बांग्लादेशी क्रूर समुदाय के प्रति हमदर्दी किन्तु वहां के प्रताड़ित हिन्दू समुदाय का विरोध करते हुए स्वातंत्र्य वीर सावरकर का अपमान किया गया, वह सर्वथा निंदनीय व खतरनाक हैं. उन्होंने राज्य सरकारों से...

बड़े ही ज्ञानी थे अष्टावक्र

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कथा : प्राचीन समय की बात है— एक थे उद्दालक ऋषि। उद्दालक के शिष्यों में से एक थे कहोड़। कहोड़ को वेदों का ज्ञान देने के बाद ऋषि उद्दालक ने अपनी रूपवती व गुणवती कन्या सुजाता का विवाह कर दिया। कुछ दिनों के बाद सुजाता गर्भवती हो गईं। इसी दौरान कहोड़ वेदपाठ कर रहे थे, एक दिन गर्भ के भीतर से बालक ने कहा कि पिताजी! आप वेद का गलत पाठ कर रहे हैं। यह सुनते ही कहोड़ क्रोधित हो गयेा और बोले कि तू गर्भ से ही मेरा अपमान कर रहा है इसलिये तू आठ स्थानों से वक्र यानि कि टेढ़ा हो जायेगा। इसके बाद एक दिन कहोड़ राजा जनक के दरबार में जा पहुँचे। वहाँ बंदी से शास्त्रार्थ में उनकी हार हो गई। हार के बाद उन्हें जल में डुबा दिया गया। इस घटना के बाद अष्टावक्र का जन्म हुआ। पिता के न होने के कारण वह अपने नाना उद्दालक को अपना पिता और अपने मामा श्वेतुकेतु को अपना भाई समझता था। एक दिन जब वह उद्दालक की गोद में बैठा था तो श्वेतुकेतु ने उसे अपने पिता की गोद से खींचते हुये कहा कि हट जा तू यहां से, यह तेरे पिता का गोद नहीं है। अष्टावक्र को यह बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने तत्काल अपनी माता के पास आकर अपने पिता के विषय मे...

राहुल गांधी पर लगे रासुका, समाप्त किया जाये संसद सदस्यता

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विचार : देश की संस्कृति के पतन के लिए ही कांगे्रस पार्टी की स्थापना की गयी थी। अपने इस मकसद में कांगे्रस कामयाब भी रही लेकिन जनसंघ बाद में भारतीय जनता पार्टी के उदय के बाद कांगे्रस धीरे—धीरे नष्ट होने की कगार पर है, लेकिन अपने भाई लोग यानि भोली जनता कांगे्रस को वोट देकर खाद, पानी देने का कार्य कर रही है। भारतीयों को समझना होगा कि कांगे्रस पार्टी ने नहीं सुभाषचंद्र बोस के डर से अंगे्रजों को भारत छोड़ना पड़ा और यही कारण रहा कि जवाहरलाल नेहरू और अंगे्रजों की मिलीभगत से देशप्रेमी सुभाषचंद्र बोस को युद्ध अपराधी घोषित कर दिया गया। इतनी चिंताजनक बात है इसके बावजूद कांगे्सियों का अब भी शासन कई राज्यों में है। उधर, राहुल गांधी समेत कांगे्रसी आये दिन भारत विरोधी बातें ही करते हैं। भाजपा के हर निर्णय को गलत बता रहे हैं जबकि ऐसा कुछ भी नहीं, कांगे्रसी समेत सभी विपक्ष विधवा विलाप कर रहे हैं, चूंकि मोदी सरकार में कांगे्रसी दलालों की धनउगाही नहीं हो पा रही है। नये मामले में कांगे्रस का पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रेप इन इंडिया का बयान दिया है, जो निहायत ही निंद​नीय है। ऐसे बयानों पर कुछ तो कार्रव...